-बच्चों के साथ वोट डालने पोलिंग बूथ पहुंचे वोटर्स

-हमारी भी बारी आएगी वाले अंदाज में बच्चों ने भी उंगली में लगवाई स्याही

KANPUR (30 April):

वेडनेसडे को लोगों में वोटिंग का जो क्रेज था, उसका असर बच्चों पर भी दिखाई दिया। घर से जैसे ही पैरेंट्स वोट डालने के लिए निकले उनके साथ बच्चे भी हो लिए। फिर क्या मतदान केंद्र पहुंचने पर उन्होंने जिद करके स्याही तो लगवा ली लेकिन वोट नहीं डाल पाए। ऐसे में उनका कहना था कि इस बार तो वोट डालने को नहीं मिला पर एक दिन हमारी भी बारी आएगी

बच्ची क्यों रो रही थी बूथ पर ?

कौशलपुरी में रहने वाले सुखविंदर सिंह की पांच साल की बेटी नवनीत पोलिंग बूथ पर रो रही थी। सबके समझाने के बाद भी वो चुप नहीं हुई तो पोलिंग सेंटर्स पर मौजूद मतदान कर्मियों और पुलिसकर्मियों ने पूछा। तब उसने बताया कि उसकी उंगली पर स्याही नहीं लगाई गई। इसके बाद मतदानकर्मियों ने उसकी उंगली पर स्याही लगाई। कुछ ऐसा ही नजारा गोविंद नगर के एक पोलिंग सेंटर पर दिखाई दिया जब कुलदीप के लाख मना करने के बावजूद उनके साथ उनके दोनों बच्चे भी पोलिंग बूथ आए। और स्याही लगवाकर ही गए।

नाम खोज रही थी नवनीत

सुंदर नगर के एक पोलिंग सेंटर पर सात साल की खुशबू अपनी मम्मी के साथ आई थी। मम्मी पोलिंग बूथ पर लगी वोटर लिस्ट में अपना नाम खोज रही थीं कि तभी वो भी पीछे से आई और अपना नाम देखने लगी। जब उसकी मम्मी ने पूछा कि बेटा क्या देख रहे हो तो बोली, मेरा नाम कहां लिखा है। जब मम्मी ने कहा कि आपका नाम अभी नहीं है बाद में आएगा, तब वो मचल गई और मुश्किल से शांत हुई। बहुत जगह भ् से क्भ् साल तक के बच्चे ऐसा ही करते दिखे।

बेटर लक नेक्स्ट टाइम

पूर्णचन्द्र विद्यानिकेतन के क्लास-क्ख् स्टूडेंट शुभम कांत दीक्षित की उम्र क्7 साल है। एक साल उम्र कम होने होने की वजह से इस बार शुभम वोट नहीं डाल सका। मगर, किदवई नगर स्थित श्रीराम पब्लिक स्कूल में अपने बाबा को वोट डलवाने की खुशी चेहरे पर साफ झलक रही थी। वोट नहीं डाल पाने के सवाल पर शुभम ने कहा कि अफसोस तो है, लेकिन कोई बात नहीं बेटर लक नेक्स्ट टाइम। अगली बार वोट डाल लेंगे

Posted By: Inextlive