बीएसई और एनएसई में सोमवार को भारी गिरावट होते ही कोहराम मच गया। हालांकि इस दौरान वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने भरोसा दिलाया कि बाजार जल्‍द ही सुधर जाएगा। सरकार की नजरें इस पर टिकी हुई हैं।

चीनी मार्केट ने बिगाड़ा खेल
वित्त मंत्री ने बताया कि, यह गिरावट घरेलू मार्केट की वजह से नहीं हुई। बल्िक चीन में पिछले 15 दिनों में भारी गिरावट आई। उसका असर यहां पड़ रहा है। दुनिया के किसी भी हिस्से में कुछ होता है, तो उसका असर हमारी अर्थव्यवस्था पर जरूर पड़ता है। जेटली का कहना है कि, भारत चूंकि वैश्विक अर्थव्यवस्था का हिस्सा है, इसलिए हमारे ऊपर इसका असर होना लाजिमी है।
जानें क्या है इतनी बड़ी गिरावट की वजह
1. वैश्विक बाजारों से मिले निगेटिव सेंटिमेंट्स शेयर बाजार में सोमवार की गिरावट के पीछे प्रमुख वजह है।
2. चीन के बाजार में सुस्ती की आशंका को देखते हुए विदेशी निवेशक उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं से अपना पैसा निकाल रहे हैं। यही कारण है कि भारत जैसे उभरते बाजार से निवेशक पैसा समेटकर ले जा रहे है।
3. चीन के शेयर बाजार में भी सोमवार को 8 फीसद से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है। गिरावट के साथ ही शंघाई कंपोजिट ने साल भर की पूरी बढ़त गंवा दी।
4. रविवार को ही चीन सरकार ने 547 अरब डॉलर के पेंशन फंड को स्टॉक मार्केट में लगाने की मंजूरी दी थी। इसके बावजूद बाजार में गिरावट इस बात का संकेत है कि चीन सरकार के कदम मंदी को रोकने में नाकाफी साबित हो रहे हैं। ऐसे में चीन के मंदी के भंवर में फंसने की संभावना प्रबल हो गई है और वैश्विक निवेशक भी डरे हुए हैं कि कहीं इसके असर से दुनिया भर में मंदी ना छा जाए।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari