ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला में खेले जा रहे टेस्‍ट मैच में इंडिया के चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव ने जब 4 विकेट लेकर विपक्षी टीम को 300 रन पर समेट दिया तो इंडियन क्रिकेट फैंस समेत कुलदीप के घर पर जश्‍न का माहौल दिखाई दिया। कुलदीप का यह डेब्‍यू मैच है। कानपुर के रहने वाले कुलदीप यादव और उनके क्रिेकेट करियर के बारे में फटाफट जानिए सब कुछ। राजीव त्रिपाठी की रिपोर्ट...

बहन ने बचाया था करियर
टेस्ट डेब्यू करने वाले कुलदीप क्रिकेट के शुरुआती दिनों में टीम में नहीं चुना जाने के कारण क्रिकेट छोडऩे का मन बना चुके थे, लेकिन बहन की एडवाइज के बाद उन्होंने फिर से शुरुआत की और आज वहां पहुंच गए, जहां पहुंचने का सपना हर खिलाड़ी देखता है। 3 बहनों के इकलौते भाई कुलदीप की तीसरी बहन मधु यादव ने कहा, 'कुलदीप लगातार दो साल तक स्टेट लेवल ट्रायल में सेलेक्ट नहीं हुआ तो उसने क्रिकेट छोडऩे का मन बना लिया। हालांकि मैंने और पापा ने उसे क्रिकेट खेलना जारी रखने को कहा। मुझे अच्छी तरह याद है कि मैंने उससे कहा था कि तुममें टैलेंट है, जिसे निखारना होगा और अपने दम पर हर टीम में जगह बनानी होगी। इसके बाद कुलदीप ने कड़ी मेहनत की और टीम में चुना गया। आज कुलदीप की सफलता पर उनके घर पर सभी बहुत खुश हैं।

ये गेंदबाज भी हैं चाइनामैन
इंटरनेशनल लेवल पर चाइनामैन गेंदबाज कम ही नजर आते हैं। मौजूदा दौर में इस स्टाइल को जो गेंदबाज अपना रहे हैं उनमें कुलदीप यादव के अलावा ब्रैड हॉग, तबरेज शम्शी और शिविल कौशिक शामिल हैं। इससे पहले एलिस अचॉन्ग, गैरी सोबर्स, पॉल एडम्स, जॉनी वार्डल, लक्षण संदाकन भी चाइनामैन गेंदबाजी करते थे।

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कुलदीप के करियर पर एक नजर

-कुलदीप जब 17 साल के थे तब वह अंडर-19 वर्ल्ड कप में जगह नहीं बना सके।

-दो साल बाद उन्हें इस टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला और उन्होंने स्कॉटलैंड के खिलाफ हैट्रिक ली।

-वह 2013-14 में लगातार दूसरे सीजन में वीनू मांकड ट्रॉफी के सात मैचों में 22 विकेट लेकर बेस्ट बॉलर बने।

-उन्होंने अपने फस्र्ट क्लास करियर की शुरुआत 2014 में दलीप ट्रॉफी से की। उन्होंने इसके इकलौते मैच में तीन विकेट लेने के साथ हाफसेंचुरी भी लगाई।

-2016-17 में उन्होंने पहली बार यूपी की तरफ से रणजी ट्रॉफी खेली और 8 मैचों में 35 विकेट भी चटकाए। इस दौरान उन्होंने अपनी इकलौती सेंचुरी भी जमाई, जबकि दो बार पांच या ज्यादा विकेट लिए।

-उन्होंने इस सीजन की शुरुआत में गुलाबी गेंद से दलीप ट्रॉफी में खेलते हुए तीन मैचों में 17 विकेट लिए और इंडिया रेड को फाइनल तक पहुंचाया।

-2014 में हुई टी-20 चैंपियंस लीग में उन्होंने पांच मैचों में कोलकाता नाइटराइडर्स की तरफ से छह विकेट लिए।

-केकेआर ने उन्हें 66 हजार अमेरिकी डॉलर में खरीदा था और 2016 के आइपीएल में कुलदीप ने तीन मैचों में छह विकेट लिए।

rajeev.tripathi@inext.co.in

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Posted By: Inextlive