भारतीय दवा नियामक डीसीजीआई ने मुंबई की सिप्ला कंपनी को माॅडर्ना की कोविड-19 वैक्सीन के आयात की मंजूदी दी है। अधिकारियों ने बताया कि देश में इस वैक्सीन के सीमित स्तर पर इमर्जेंसी यूज की मंजूरी दे दी गई है।


नई दिल्ली (पीटीआई)। माॅडर्ना भारत में चौथी कोविड-19 की वैक्सीन है जिसे इमर्जेंसी यूज की मंजूरी मिली है। इससे पहले कोविशील्ड, कोवैक्सीन तथा स्पूतनिक को इमर्जेंसी यूज की इजाजत मिल चुकी है। नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डाॅ. वीके पाॅल ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि माॅडर्ना की कोविड-19 वैक्सीन की भारत में मजूरी के लिए माॅडर्ना के भारतीय साझीदारी सिप्ला की ओर से एक आवेदन दवा नियामक को मिला था। वैक्सीन को सीमित स्तर पर इमर्जेंसी यूज के लिए मंजूरी मिली है। जल्दी ही वैक्सीन का आयात संभव हो सकेगा।अन्य वैक्सीनों को भारत लाने के प्रयासडाॅ. पाॅल ने कहा कि यहां अभी तक चार कोविड वैक्सीनों को मंजूरी मिली है। इनमें कोविशील्ड, कोवैक्सीन, स्पूतनिक तथा माॅडर्ना शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित अन्य वैक्सीनें जैसे फाइजर तथा जाॅनसन एंड जाॅनसन की वैक्सीनों को भी देश में आमंत्रित करने का प्रयास जारी है। इसके लिए उचित प्रक्रिया चल रही है। साथ ही सरकार का प्रयास है कि वैक्सीनों का उत्पादन भारत में ही हो तथा वैक्सीन लोगों को उपलब्ध कराई जा सके।माॅडर्ना ने मंजूरी के लिए भेजी थी वैक्सीन


एक अलग पत्राचार में माॅडर्ना ने 27 जून को डीसीजीआई को सूचित किया कि अमेरिकी सरकार कोवैक्स के तहत भारत को कोविड-19 वैक्सीन की कुछ डोज दान करने पर राजी हो गई है ताकि वैक्सीन को इस्तेमाल के बाद भारत के सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) से मंजूरी मिल सके। सोमवार को दवा कंपनी सिप्ला ने अमेरिकी दवा निर्माता की ओर से भारत में माॅडर्ना वैक्सीन के आयात तथा खरीद के लिए मंजूरी के लिए आवेदन किया था।

Posted By: Satyendra Kumar Singh