बिहार के बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों से सबक लेते हुए अब मंदिर की सुरक्षा की कमान केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सीआइएसएफ के हाथ दी जाएगी.


मंदिर की सुरक्षा में पहली बार सीआईएसएफइसके लिए बिहार सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से अनुरोध किया था. जिसे स्वीकार करते हुए गृह मंत्रालय कहा कहना है कि सीआइएसएफ की तैनाती पर होने वाला खर्च बिहार सरकार ही वहन करेगी. महाबोधि देश का पहला मंदिर होगा, जिसकी सुरक्षा सीआइएसएफ को सौंपी जा रही है.ऐतिहासिक धरोहर के कारण मिली सुरक्षाइससे पहले मुंबई के सिद्धि विनायक व सिरडी के साईं बाबा मंदिर के लिए आए इसी तरह के प्रस्ताव को गृह मंत्रालय ने ठुकरा दिया था. गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि महाबोधि को मंदिर होने के कारण नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय ऐतिहासिक धरोहर होने से सीआइएसएफ सुरक्षा देने का फैसला लिया गया है.जवानों की संख्या तय नहीं
हालांकि अभी जवानों की संख्या तय नहीं की गई है. इसके अलावा गृह मंत्रालय ने बिहार सरकार को नक्सलियों से लडऩे के लिए सीआरपीएफ की अतिरिक्त बटालियन भेजने का भी फैसला किया है. पिछले दो महीने में नक्सलियों के लगातार हमले को देखते हुए सीआरपीएफ की दो बटालियन मंगलवार को बिहार रवाना की जा चुकी है. वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जरूरत पडऩे पर बिहार में सीआरपीएफ की और बटालियन भेजी जाएगी.

Posted By: Satyendra Kumar Singh