-सी-सैट अब भी कर रहा है परेशान

-29 सेंटर्स पर कंडक्ट हुआ सिविल सर्विसेज एग्जाम

-14 हजार से ज्यादा कैंडिडेट्स थे रजिस्टर्ड

GORAKHPUR: आईएएस बनने का सपना देख रहे युवाओं को एक बार फिर सी-सैट ने परेशान किया। रविवार को सिटी के 29 सेंटर्स पर ऑर्गनाइज सिविल सर्विसेज प्री एग्जाम में रीजनिंग का रीजन जानने में कैंडिडेट्स के पसीने छूट गए। इस दौरान 180 सवालों का जवाब देने में उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी। निगेटिव मार्किंग होने की वजह से कैंडिडेट्स ने उन ही सवालों को टच किया, जिन पर वह कॉन्फिडेंट थे। फ‌र्स्ट पेपर में कैंडिडेट्स को स्कोर बढ़ाने का मौका मिला और उन्होंने खूब सवाल अटेंप्ट किए, वहीं सेकेंड पेपर में लिमिटेड सवालों के जवाब ही दिए।

14216 कैंडिडेट्स थे रजिस्टर्ड

सिविल सर्विसेज एग्जाम सिटी के 29 सेंटर पर ऑर्गनाइज हुआ। इसमें भी सी-सैट का खौफ देखने को मिला। अटेंप्ट न बर्बाद हो इसलिए रजिस्टर्ड 14216 कैंडिडेट्स में से करीब 50 परसेंट कैंडिडेट्स ही एग्जाम में शामिल हुए। पहली मीटिंग 9.30 से 11.30 और सेकेंड मीटिंग 2.30 से 4.30 तक ऑर्गनाइज की गई। इस दौरान मोबाइल और कैल्युलेटर पूरी तरह से बैन था, लेकिन जो कैंडिडेट्स दूर दराज से इसे लेकर आए, सेंटर्स पर उनके मोबाइल रखने की व्यवस्था सेंटर सुप्रिटेंडेंट की ओर से कराई गई। जब वह एग्जाम देकर बाहर निकले, तब उन्हें मोबाइल लौटाया गया।

पहले पेपर में जीएस के सवाल थे, इसमें मैंने 62 सवालों के जवाब दिए। सेकेंड पेपर में सी-सैट ने काफी परेशान किया और सवाल को सॉल्व करने में काफी समय लग गया। इसकी वजह से 42 सवाल ही कर सका।

अविनाश कुमार

पहला पेपर काफी आसान था। मगर सेकेंड पेपर में थोड़ा प्रॉब्लम हुई निगेटिव मार्किंग की वजह से सिर्फ वही सवाल टच किया, जिसका जवाब मैं जानता था। रीजनिंग का सेक्शन काफी टफ था।

- भरत कुमार

पेपर तो टफ रहेगा ही, लेकिन जितनी तैयारी की थी, उस हिसाब से सवाल नहीं मिले। टाइम टेकिंग भी क्वेश्चन थे। एनसीईआरटी पैटर्न से सवाल पूछे गए थे। वहीं करंट अफेयर्स में पॉलिटिकल सवाल भी थे।

- विवेक कुमार

सबसे ज्यादा जनरल स्टडीज के क्वेश्चन को सॉल्व करने में मजा आया। करंट अफेयर्स में सरकार से जुड़े काफी सवाल पूछे गए थे। जिसने पढ़ा होगा, उसे पेपर सॉल्व करने में दिक्कत नहीं हुई होगी।

- विजय शर्मा

Posted By: Inextlive