-अग्निशमन सेवा नियमावली-20 का प्रारूप तैयार

PATNA: सीएम नीतीश कुमार ने आपदा प्रबंधन के लिए पर्यावरण संतुलन को भी जरूरी बताया और कहा कि आग से बचाव के लिए पानी की आपूर्ति व्यवस्था को जल-जीवन-हरियाली अभियान से जोड़ा जाए। उन्होंने भूमिगत जल को विपरीत परिस्थिति में ही इस्तेमाल करने की सलाह दी। मुख्यमंत्री बुधवार को अग्निशमन सेवा नियमावली-20 के प्रारूप के प्रस्तुतिकरण के लिए आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने नियमावली के प्रावधानों के संबंधों में विस्तार से जानकारी दी।

वीडियो फिल्म भी प्रदर्शित की गई

सीएम ने कहा कि अग्निशमन सेवा की व्यवस्था आग से जीवन की हिफाजत के उपाय के लिए की गई है। इसके माध्यम से लोगों की मदद की जाती है। उन्होंने अधिकारियों को आग से बचाव के लिए पानी की आपूर्ति व्यवस्था को जल जीवन हरियाली अभियान से भी जोड़ने का आदेश दिया। नीतीश ने कहा कि सार्वजनिक तालाब, पोखरों-आहरों एवं पईनों के माध्यम से जल की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है। आपदा प्रबंधन के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन को ध्यान में रखते हुए ही व्यावहारिक पहलू पर काम करना चाहिए। बैठक में सरकारी अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा के लिए किए जा रहे उपायों से संबंधित एक वीडियो फिल्म भी प्रदर्शित की गई। इसे आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने तैयार किया था। बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व्यासजी, सदस्य पीएन राय, उदय कांत मिश्रा, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार, एस सिद्धार्थ, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, आरके मिश्रा, आनंद किशोर, अनुपम कुमार, पंकज सिन्हा, चंदन कुमार कुशवाहा, राशिद जमा समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।

Posted By: Inextlive