देश भर में आज से 15-18 आयु वर्ग के लिए शुरू हुए कोविड -19 टीकाकरण अभियान के तहत यूपी में 2150 बूथों पर टीकाकरण हो गया है। इस दाैरान सीएम योगी ने कहा कि राज्य में लगभग 1 करोड़ से अधिक बच्चों को टीका लगाया जाएगा।

लखनऊ (एएनआई)। केंद्र सरकार द्वारा 15-18 आयु वर्ग के बच्चों के कोविड-19 टीकाकरण के लिए मंजूरी देने के बाद आज सोमवार से देश में टीकाकरण शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ के सिविल अस्पताल से 15-18 आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान शुरू करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि 15 से 18 वर्ष की आयु वर्ग के लिए टीकाकरण आज से शुरू हो रहा है। आज से एक निर्धारित समय सीमा के भीतर राज्य में लगभग 1 करोड़ 40 लाख बच्चों को टीका लगाया जाएगा।

#WATCH | #Omicron spreads fast but causes very mild disease. The virus has weakened. It is like viral fever but precautions are necessary. However, there is no need to panic: UP Chief Minister Yogi Adityanath pic.twitter.com/bpepHZzRwz

— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 3, 2022

पूरे राज्य में 2150 बूथों पर टीकाकरण शुरू हो गया
15-18 आयु वर्ग के 12,57,603 बच्चों ने अब तक टीकाकरण के लिए CoWIN प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण कराया है। इसके लिए एक जनवरी से रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया था। उत्तर प्रदेश में इस आयु वर्ग के लगभग 1 करोड़ 40 लाख बच्चे हैं जिन्हें एक निर्धारित समय सीमा के भीतर टीका लगाये जाने का लक्ष्य है। उनके लिए कोवैक्सिन का सुझाव दिया गया है। इसके लिए पूरे राज्य में 2150 बूथों पर टीकाकरण शुरू हो गया है। लखनऊ में 39 ऐसे बूथ हैं जहां 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है।

प्रदेश में अब तक ओमिक्रोन के सिर्फ़ 8 मामले आए हैं, जिसमें से 3 मामले पहले ही नेगिटिव हो गए हैं। शेष मरीज़ होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में कोविड के 2,261 सक्रिय मामले हैं, जिसमें से 2,100 से अधिक मरीज़ होम आइसोलेशन में हैं: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, लखनऊ pic.twitter.com/FOR7fsxHWE

— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 3, 2022 कोविड-19 प्रोटोकाॅल का पालन करने की जरूरत
वहीं सीएम योगी ने कहा कि लोगों को अभी भी सतर्क रहने और कोविड-19 प्रोटोकाॅल का पालन करने की आवश्यकता है। यह सच है कि ओमाइक्रोन अत्यधिक तेजी से फैलने वाला है, लेकिन यह भी सच है कि दूसरी लहर की तुलना में ओमिक्रोन काफी कमजोर है। यह सामान्य वायरल फीवर की तरह होता है। लोगों का सतर्क रहना जरूरी है। घबराने की जरूरत नहीं है।

Posted By: Shweta Mishra