Coronavirus In India : सावधान ! एक दिन में 10 हजार से ज्यादा केस, यूपी में इन जगहों पर मास्क लगाना अनिवार्य
नई दिल्ली / लखनऊ (पीटीआई/आईएएनएस)। Coronavirus In India : भारत में कोरोना वायरस की रफ्तार काफी तेजी से बढ़ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के मामलों में एक दिन में 10,158 की वृद्धि दर्ज की गई है, जो लगभग आठ महीने में सबसे अधिक है। इस तरह से सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 44,998 हो गई है। वहीं एक दिन पहले भारत ने बुधवार को 7,830 कोरोनावायरस संक्रमणों की सूचना दी थी। देश में कोरोना वायरस के फिर से बढ़ते मामलों को देखकर तमाम राज्यों ने अलर्टनेस बढ़ा दी है।
यूपी में मास्क पहनना अब अनिवार्य
लखनऊ और उत्तर प्रदेश के कई अन्य जिलों में नए कोविड मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। इसकी वजह से अधिकारियों ने कार्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों, अस्पतालों, मैरिज हॉल और सार्वजनिक स्थानों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। आफिसेज सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना अब अनिवार्य हो। साफ-सफाई रखी जाए और मास्क नहीं लगाने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाए। इसके साथ ही एंट्री गेट पर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की जाए, दरवाजे, रेलिंग, लिफ्ट, पार्किंग एरिया आदि को समय-समय पर सैनिटाइज किया जाए।
बीमार होने पर बच्चे को स्कूल न भेजें
प्रशासन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सर्दी, बुखार या फ्लू के लक्षण पाए जाने पर लोगों को घर में ही क्वारंटीन रहने और कोविड जांच कराने के निर्देश दिए जाएं। स्कूलों कॉलेजों में बच्चों व शिक्षकों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए निर्देशित किया जाए। हाथ धोने के साबुन और पानी या हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यदि कोई बच्चा खांसी, सर्दी, जुकाम, बुखार आदि से पीड़ित है, तो उसे स्कूल/कॉलेज नहीं भेजा जाए और उसे प्राॅपर डाॅक्टर की देखरेख में ट्रीट किया जाए।
अस्पतालों में भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाए। मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। बिना मास्क के व्यक्तियों को प्रवेश नहीं दिया जाए। फीवर हेल्प डेस्क व कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना की जाए। इसके अलावा सिनेमा हॉल,मॉल, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और एयरपोर्ट पर भी मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य है। उत्तर प्रदेश में बुधवार को 446 नए कोविड मामले सामने आए, जबकि 149 मरीज ठीक हो गए। अकेले लखनऊ में 97 नए मामले सामने आए थे।