Coronavirus Jharkhand Update: झारखंड में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 3 हो गया है। अब तक राज्य में 34 लोगों में कोरोना पाया गया है। तीन की मौत के बाद अब भी 31 एक्टिव केस हैं।


रांची (ब्‍यूरो)Coronavirus Jharkhand Update: रांची में शनिवार को दो कोरोना पॉजीटिव मरीजों का पता चला। इसमें से एक की मौत हो गई. पहला मामला क्वारेंटाइन सेंटर, खेलगांव में रखे गए एक विदेशी नागरिक से जुड़ा था। इन्हें 18 दिनों पहले हिंदपीढ़ी की एक मस्जिद से निकाल कर क्वारेंटाइन सेंटर भेजा गया था। शुरुआती जांच और फर्स्ट टेस्ट में विदेशी नागरिक का कोरोना निगेटिव आया था। शनिवार को जब दूसरी बार टेस्ट रिपोर्ट आया, तो कोविड-19 पॉजीटिव था। वहीं, दूसरे मामले में एक पूर्व डीडीसी को कोरोना की पुष्टी हुई. उनका इलाज मेदांता गुड़गांव में चल रहा था, जहां शाम को उनकी मौत हो गई. उन्हें 14 अप्रैल को रांची से एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली ले जाया गया था। ब्रेन हेम्रेज के बाद उनकी स्थिति बिगड़ी थी, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया था। इस तरह रांची में कोरोना से मरने वालों की संख्या दो हो गई है, जबकि पूरे झारखंड में मृतकों का आंकड़ा तीन हो गया है। अब तक राज्य में 34 लोगों में कोरोना पाया गया है। तीन की मौत के बाद अब भी 31 एक्टिव केस हैं। रांची का हिंदपीढ़ी इलाका कोरोना का हॉट स्पॉट बन चुका है। अकेले इसी इलाके से कोरोना के 18 मरीज पाए गए हैं। बरियातू से पहली बार एक मरीज की पुष्टी हुई, जिनकी मौत हो चुकी है।

ऐसे फैला झारखंड में कोरोना वायरस

31 मार्च : पहला केस राजधानी के हिंदपीढ़ी से सामने आया। 22 साल की मलेशियाई महिला में कोरोना की पुष्टि हुई. महिला तबलीगी जमात में शामिल होकर हिंदपीढ़ी में रह रही थी। पुलिस को मिली सूचना के बाद उसे क्वारंटाइन में भेज कर जांच कराई गई थी, जिसमें उसके पॉजिटिव होने की बात सामने आयी थी। इसके बाद संक्रमित महिला को रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में इलाज के लिए भर्ती किया गया। उसकी तीसरी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। रिपोर्ट निगेटिव होने पर उसे हॉस्पिटल से छुट्टी मिलेगी।

2 अप्रैल : राज्य में दूसरा कोरोना पॉजिटिव का मामला हजारीबाग के विष्णुगढ़ में मिला। यहां एक युवक में कोरोना पॉजीटिव पाया गया। वह कुछ दिन पहले ही बंगाल के आसनसोल से विष्णुवगढ़ लौटा था।

5 अप्रैल : राज्य में तीसरा कोरोना केस बोकारो से सामने आया। इस बार एक महिला में कोरोना पॉजीटिव पाया गया। वह अपने परिवार के साथ बांग्लादेश से लौटी थी। जांच के बाद उसमें कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके बाद पूरे परिवार को क्वारंटाइन में रखा गया था।

6 अप्रैल : राज्य में चौथे कोरोना पॉजिटिव मरीज की पुष्टि हुई. राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी से एक 54 वर्षीय महिला में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उनकी कोई ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं है। वह डायलिसिस की मरीज हैं और बरियातू के नेफ्रॉन क्लीननिक में डायलिसिस कराती थीं। सूचना मिलने के बाद प्रशासन ने नेफ्रॉन क्लीनिक के 36 लोगों को क्वारंटाइन में रखा।

8 अप्रैल : झारखंड में पांचवां केस सामने आया, जिसमें कुल 9 लोग संक्रमित पाये गये थे। इनमें हिंदपीढ़ी के पांच, बोकारो के चंद्रपुरा में तीन और गोमिया में एक मरीज कोरोना पॉजिटिव शामिल थे। इसमें गोमिया के मरीज की मौत हो चुकी है।

9 अप्रैल : छठा केस बोकारो के चंद्रपुरा से सामने आया। यहां एक मरीज में कोरोना की पुष्टि हुई.

11 अप्रैल : झारखंड में सातवां केस सामने आया। इसमें कुल 3 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई थी। जिसमें हिंदपीढ़ी का एक हजारीबाग और कोडरमा से एक-एक मरीज शामिल थे। कोडरमा से मिला संक्रमित मरीज गिरिडीह का रहनेवाला था।

12 अप्रैल : इस दिन आठवां केस सामने आया। इसमें बोकारो के गोमिया के साड़म में दो कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई थी।

13 अप्रैल : झारखंड में नौवां केस सामने आया। इस दिन कुल 5 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई. इनमें राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी से तीन, बोकारो तथा गिरिडीह से एक-एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले।

14 अप्रैल : झारखंड का 10वां मामला सामने आया। इसमें रांची के कोरोना हॉटस्‍पॉट हिंदपीढ़ी से 2 मरीजों की पुष्टि हुई, वहीं सिमडेगा से एक मरीज मिला। सिमडेगा का यह पहला मामला था।

15 अप्रैल : इस दिन झारखंड में 11वां मामला सामने आया। रांची के हिंदपीढ़ी थाना क्षेत्र के एक अपार्टमेंट में एक कांट्रैक्टर पॉजिटिव पाए गए.

16 अप्रैल : 12वां मामला इस दिन सामने आया। इसमें धनबाद के कुमारधुबी का एक मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया गया।

17 अप्रैल : राज्य में 13वां मामला सामने आया, जिसमें एक साथ 3 लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए. सभी हिंदपीढ़ी के रहने वाले हैं। इनमें एक दंपती भी शामिल है।

18 अप्रैलः दो लोगों में कोरोना की पुष्टी हुई. इनमें से एक विदेशी नागरिक था, जिसका जमात से ताल्लुक था और दूसरे राज्य सरकार के रिटायर्ड डीडीसी थे।

Posted By: Chandramohan Mishra