Coronavirus India Update: कानपुर के परेड में रहने वाली पीएचडी छात्रा चीन से लौटी थी बीमार फील करने पर पिता के साथ आईडीएच पहुंची। कोरोना वायरस के इंफेक्शन के किसी तरह के साइन नहीं मिलने पर वापस लौटाया मॉनीटरिंग होती रहेगी।

KANPUR: Coronavirus India Update: चीन से लौटी कानपुर की पीएचडी स्कॉलर को कोरोना वायरस का डर ऐसा लगा कि वह पिता को लेकर कानपुर मेडिकल कालेज में बने आईसोलेशन वार्ड में पहुंच गई। यहां डॉक्टर्स ने उसका चेकअप किया। कोरोना वायरस के संक्रमण की संभावना नहीं होने पर उसे वापस घर भेज दिया। डॉक्टर्स के मुताबिक उसमें कोरोना वायरस संक्रमण जैसे लक्षण नहीं थे और न ही वह चीन के वुहान शहर गई थी।

कोरोना के डर से बुरा हाल

परेड में रहने वाली एक पीएचडी छात्रा सैटरडे दोपहर को अपने पिता के साथ कानपुर में आईडीएच (Infectious Disease hospital) पहुंची। यहां पर उसने बीमार फील करने की बात कही। सीएमएस डॉ। अनूप शुक्ला ने उसे देखा। साथ ही फिजिशियन से कंसल्ट भी किया। कोरोना वायरस के संक्रमण की कोई संभावना नहीं मिली। जिला महामारी वैज्ञानिक डॉ। देव सिंह को भी इसकी सूचना दी गई। उन्होंने भी छात्रा और उसके पिता से बातचीत की। जिसके बाद वह घर लौट गई। डॉ। सिंह ने बताया कि छात्रा में संक्रमण के लक्षण नहीं है। हालाकि उसे मानीटरिंग पर रखा जाएगा।

कोरोना वायरस से बचाव ही सबसे जरूरी

हेल्थ इमरजेंसी की वजह बने कोरोना वायरस को लेकर आईएमए कानपुर की ओर से एक सीएमई आर्गनाइज की गई। इसमें आए सीनियर पल्मनरोलॉजिस्ट डॉ।एके सिंह ने कोरोना वायरस को लेकर कई अहम जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि अभी तक इसके इलाज के लिए को दवा या वैक्सीन डेवलप नहीं हुई है। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों पर इसका खतरा ज्यादा रहता है। उन्होंने कहा कि चीन में डेवपल हुए इस वायरस का इनक्यूबेशन पीरियड 14 दिनों का है। इसके अलावा इस वायरस से संक्रमित व्‍यक्ति अगर छींकता या खांसता है तो वायरस 6 से 8 फीट दूर खड़े शख्स को भी इंफेक्शन दे सकता है। उन्होंने कहा कि रेस्पेरेटरी ट्रैक इंफेक्शन वाले पेशेंट भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचे। जरूरी हो तो मास्क लगाकर ही निकलें। सीएमई में आईएमए अध्यक्ष डॉ।रीता मित्तल, सेकेट्री डॉ।गौरव दुबे, डॉ।एसी अग्रवाल और डॉ।दिनेश सचान प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

Posted By: Chandramohan Mishra