Coronavirus कोरोना वायरस के चलते लगे लाॅकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर यूपी पुलिस सख्त है। यहां लगभग 40000 व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं। वहीं दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात मण्डली में शिरकत करने वालों की भी धरपकड़ जारी है। जमात में शामिल इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है।

लखनऊ/प्रयागराज (एएनआई)। Coronavirus कोरोना वायरस की वजह से देश भर में 14 अप्रैल तक लाॅकडाउन है। इस दाैरान यूपी पुलिस लाॅकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर पैनी नजर रखे है। इसके अलावा अफवाह फैलाने वालों पर भी शिंकजा कस रही है। राज्य सरकार ने गुरुवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस लॉकडाउन के उल्लंघन के लिए आईपीसी की धारा 188 के तहत 39,857 लोगों के खिलाफ 12,236 एफआईआर दर्ज की गई हैं।वहीं प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह), अवनीश अवस्थी ने कहा फेक न्यूज प्रचारित करने के संबंध में 78 मामले दर्ज किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के प्रसार से निपटने के लिए 25 मार्च से शुरू देश में 14 अप्रैल तक लाॅकडाउन का अह्वाहन किया है।

पुलिस ने तब्लीगी जमात प्रोफेसर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की

दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात मण्डली में शिरकत करने वालों की भी धरपकड़ जारी है। इस क्रम में प्रयागराज में पुलिस ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस अधीक्षक प्रयागराज ने कहा हमें जानकारी मिली कि गोविंदपुर में एक प्रोफेसर दिल्ली से लौटे हैं। उनसे पूछताछ करने पर, हमें पता चला कि वह 6-10 मार्च से निजामुद्दीन मरकज कार्यक्रम में शामिल हुए थे। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई क्योंकि उन्होंने हमें पहले से सूचित नहीं किया था। प्रोफेसर और उनकी पत्नी को क्वाॅरंटीन किया गया है। उत्तर प्रदेश में अब तक कुल 410 कोराेना पाॅजिटिव केस सामने आ चुके हैं। हालांकि इसमें आधेे से अधिक मामले तब्लीगी जमात के लोगों के हैं। राज्य के 40 जिलों में 410 में से 221 मामले तब्लीगी जमात से संबंधित हैं।

Posted By: Shweta Mishra