कोरोना वायरस की तीसरी में लहर में जनवरी के अंत में एक बड़ा उछाल रहेगा और मार्च के मध्य में तेज गिरावट भी दिखेगी। आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर को लेकर ये दावा किया है।


कानपुर (एएनआई)। भारत में कोरोना वायरस मामलों में वृद्धि के बीच आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल का दावा है कि यहां जनवरी के अंत में कोरोना पीक पर रहेगा। कोरोना वायरस के मामले दूसरी लहर के दौरान दर्ज मामलों से आगे निकल जाएंगे। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि मामलों में बहुत तेजी से गिरावट आएगी और मार्च तक यह खत्म हो जाएगा। शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, मामले (नेशनल लेवल पर) इस महीने के अंत तक चरम पर होंगे और दूसरी लहर के आंकड़ों को पार करने की संभावना है।प्रति दिन लगभग 40,000 मामले


प्रोफेसर ने कहा कि दिल्ली में अब 20,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी अपने चरम पर प्रति दिन लगभग 40,000 मामलों की रिपोर्ट करेगी, जो जनवरी के मिड में हिट होने की उम्मीद है। वहीं दिल्ली, मुंबई, कोलकाता में कोविड मामले इस माह के मिड में पीक पर होने की संभावना है लेकिन इन शहरों में इस महीने के अंत तक यह लहर लगभग खत्म हो जाएगी। चुनावी रैलियों को दोष देना ठीक नहीं

इसके साथ ही चुनावी रैलियों को लेकर प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने कहा केवल चुनावी रैलियों को प्रसार के कारण के रूप में देखना गलत है। अगर कोई यह मानता है कि सिर्फ चुनावी रैलियों को रोकने से वायरस के प्रसार को रोक देंगे तो सही नहीं है। प्रोफेसर अग्रवाल अन्य शोधकर्ताओं के साथ SUTRA कंप्यूटर मॉडल चलाते हैं जो देश में कोविड-19 कर्व को ट्रैक करता है।

Posted By: Shweta Mishra