किसान यूनियनों ने नए कृषि कानूनों के विरोध में छह फरवरी को पूरे देश में 'चक्का जाम' किए जाने का ऐलान किया है। इस दाैरान सीआरपीएफ ने अपनी सभी बसों में तार की जाली के साथ फिट करने का आदेश दिया है। वहीं दिल्ली पुलिस ने भी सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी है।


नई दिल्ली (एएनआई)। केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान मोर्चा ने 6 फरवरी को देशभर में चक्का जाम का ऐलान किया है। ऐसे में दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर सड़कों पर लगाए गए नेल्स की रीपोजिशनिंग शुरू कर दी है। वहीं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने दिल्ली में तैनात सभी इकाइयों को अपनी बसों को तार की जाली के साथ फिट करने के लिए कहा है। सीआरपीएफ ने अपने पत्र में कहा है कि काम 'युद्धस्तर' पर होना चाहिए और शनिवार से पहले पूरा हो जाना चाहिए। सीआरपीएफ की 31 कंपनियों की तैनाती को दिल्ली-एनसीआर में दो और हफ्तों के लिए बढ़ा दिया गया है।जवानों के साथ-साथ बसों को नुकसान न पहुंचा सके किसान
सीआरपीएफ अधिकारी सभी बसों को तारों से ढंकना चाहते हैं ताकि कोई भी किसान जवानों के साथ-साथ बसों को नुकसान न पहुंचा सके। इसलिए सभी इकाइयों के पास उपलब्ध बसों और स्प्लिनटर कॉयस को तार की जाली से जोड़ा जाए। चक्का जाम के लिए समय बहुत कम है, इसलिए सीआरपीएफ ने सभी इकाइयों को 'युद्धस्तर' पर काम करने को कहा है। यह दिल्ली में तैनात 16 रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) कंपनियों के लिए भी लागू होगा। बता दें कि इससे पहले 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर किसानों ने ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया था। इस दाैरान हुई हिंसा में 300 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हुए थे।

Posted By: Shweta Mishra