Aaj ka Panchang 12 March 2021: आज बिल्कुल न करें ये कार्य, जानें शुक्रवार के शुभ मुहूर्त, राहुकाल व दिशाशूल का हाल
डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 12 March 2021 शुक्रवार को चतुर्दशी तिथि 15:03:33 तक तदोपरान्त अमावस्या तिथि है। चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा अमावस्या तिथि के स्वामी पित्रदेव जी हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें। इस तिथि में तिल का तेल तथा कांसे के पात्र में भोजन करना मना है। इस तिथि को रिक्ता तिथि भी कहा गया है इसलिए कोई नया कार्य और मांगलिक करना करना वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।12 मार्च 2021 दिन- शुक्रवार का पंचागसूर्योदयः- प्रातः 06:14:08
सूर्यास्तः- सायः 06:01:08विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।विक्रम संवतः- 2077शक संवतः- 1942आयनः- दक्षिणायनऋतुः- बसंत ऋतुमासः- फाल्गुन माहपक्षः- कृष्ण पक्षतिथिः- चतुर्दशी तिथि 15:03:33 तक तदोपरान्त अमावस्या तिथि
तिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा अमावस्या तिथि के स्वामी पित्रदेव जी हैं।नक्षत्रः- शतभिषा 22:51:36तक तदोपरान्त श्रवणनक्षत्र स्वामीः- शतभिषा के स्वामी राहु जी हैं तथा श्रवण नक्षत्र के स्वामी चन्द्र जी हैं।योगः- साध्य 08:00:56 तक तदोपरान्त सिद्धगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:04:00 से 09:33:00 तकदिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।राहुकालः- राहुकाल 11:02:00 से 12:31:00 तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल तथा कांसे के पात्र में भोजन करना मना है। इस तिथि को रिक्ता तिथि भी कहा गया है इसलिए कोई नया कार्य और मांगलिक करना करना वर्जित है।“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्ट बनाये रखना।”