Dainik Panchang 15 January 2022 : तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शनिवार 15 जनवरी के दैनिक पंचांग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।

डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 15 January 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शनिवार 15 जनवरी त्रयोदशी तिथि 24:58:19 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि है। त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। इस तिथि में बैंगन नही खाना चाहिए यह तिथि चूड़ा क्रम, अन्नप्राशन, गृहप्रवेश आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

15 जनवरी 2022 दिन- शनिवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:43:00
सूर्यास्तः- सायं 05:17:00
विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शिशिर ऋतु
मासः- पौष माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- त्रयोदशी तिथि 24:58:19 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि
तिथि स्वामीः- त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं।
नक्षत्रः- मृगशिरा नक्षत्र 23:21:00 तक तदोपरान्त आर्द्रा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- मृगशिरा नक्षत्र के स्वामी मंगल देव हैं तथा आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं।
योगः- ब्रह्मा 14:31:00 तक तदोपरान्त इंद्र
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:15:00 से 08:34:00 तक
दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।
राहुकालः- आज का राहु काल 09:52:00 से 11:11:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में बैंगन नही खाना चाहिए यह तिथि चूड़ा क्रम, अन्नप्राशन, गृहप्रवेश आदि के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra