Daily Panchang in Hindi 3 April 2021: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शनिवार 3 अप्रैल 2021 के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 3 April 2021 शनिवार को षष्ठी तिथि 10:52:00 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि है।षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य देव हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। इस तिथि में तैलीय चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और यह तिथि यात्रा, पितृ कर्म, मंगल कार्य आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

03 अप्रैल 2020 दिन- शनिवार का पंचागसूर्योदयः- प्रातः 05:51:15सूर्यास्तः- सायं 06:11:43


विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।विक्रम संवतः- 2077शक संवतः- 1942आयनः- दक्षिणायनऋतुः- बसंत ऋतुमासः- चैत्र माहपक्षः- कृष्ण पक्षतिथिः- षष्ठी तिथि 10:52:00 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि।

तिथि स्वामीः- षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य देव हैं।नक्षत्रः- ज्येष्ठा नक्षत्र 08:13:05 तक तदोपरान्त मूल नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं। मूल नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं।योगः- व्यतिपात 23:39:00 तक तदोपरान्त वरियनगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:09:00 से 07:43:00 तक।दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।राहुकालः- राहु काल 02:00:00 से 03:27:00 बजे तक।तिथि का महत्वः- इस तिथि में तैलीय चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और यह तिथि यात्रा, पितृ कर्म, मंगल कार्य आदि के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra