कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। डीसीजीआई ने भारत बायोटेक को कोवैक्सिन के लिए फेज-3 के क्लीनिकल ट्रायल करने की मंजूरी दे दी है। यह वैक्सीन अपने फेज 3 ऐडवांस्‍ड ट्रायल में पहुंच गया है


नई दिल्ली (एएनआई)। कोरोना वायरस संकट के बीच पूरे देश को उसकी वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है। इस दाैरान ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने शुक्रवार को भारत बायोटेक को स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन Covaxin के थर्ड फेज ट्रायल की परमीशन दे दी है। भारत बायोटेक और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने मिलकर Covaxin नाम से यह कोरोना वैक्‍सीन बनाई है। इस संबंध में एक सरकारी अधिकारी ने कहा, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत बायोटेक की कोविड-19 वैक्सीन के लिए विषय विशेषज्ञ समिति की सिफारिश का पूरी तरह से विश्लेषण किया है। भारत में फेज-3 के क्लीनिकल ट्रायल करने की मंजूरी दी


इससे पहले एएनआई ने गुरुवार को बताया था कि विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने विस्तृत विचार-विमर्श किया और फेज-3 क्लीनिकल ट्रायल के लिए डीसीजीआई को इस शर्त के अधीन अनुमति देने की सिफारिश की कि रोगसूचक मामलों के लिए प्राथमिक प्रभावकारिता समापन बिंदु (प्राइमरी एफिकेसी एंडप्वाइंट) में संशोधन किया जाना चाहिए।चरण I और II नैदानिक ​​परीक्षणों की परमीशन दी थी

एसईसी ने बताया कि 5 अक्टूबर को कंपनी ने निष्क्रिय कोरोना वैक्सीन (BBV152) पर फेज-I और II से अपने डाटा के साथ-साथ एनएचपी सहित दो प्रजातियों में पशु चुनौती डाटा पेश किया। डीजीसीआई ने जुलाई में भारत बायोटेक को कोविड-19 के लिए स्वदेशी वैक्सीन विकसित करने के लिए चरण I और II नैदानिक ​​परीक्षणों की परमीशन दी थी।

Posted By: Shweta Mishra