फ्रांस की पॉपुलर मैग्‍जीन शार्ली एब्‍दो ने 'फ्रीडम ऑफ स्‍पीच' की आड़ में सारी हदें पार कर दीं। मैग्‍जीन ने इस बार 3 साल के मासूम आयलन का कार्टून बनाकर ऐसा मजाक उड़ाया जिसने मानवता को शर्मशार कर दिया। हमेशा की तरह विवादित कार्टून बनाने वाली शार्ली एब्‍दो ने जब मानवता की हंसी उड़ाई तो पूरी दुनिया शार्ली एब्‍दो के विरोध में खड़ी हो गई।

यह हैं विवादित कार्टून
फ्रांस की मैग्जीन शार्ली एब्दो हमेशा ही अपने सटायर कार्टून्स को लेकर चर्चा में रही है। पैगंबर मोहम्मद से लेकर जीसस तक सभी का मजाक उड़ाने वाली एब्दो ने इस बार कुछ ज्यादा ही कर दिया। शार्ली एब्दो ने जब समंदर किनारे मृत पाए गए 3 साल के मासूम आयलन का कार्टून बनाकर मजाक उड़ाया तो दुनियाभर में इसे क्रिटिसाइज किया जाने लगा। पहला जो कार्टून बनाया गया है, उसमें मैकडोनल्ड मैसक्ट समंदर किनारे एक बोर्ड में टंगा है जहां आयलन मृत पाया गया था। उस बोर्ड में यह लिखा कि 'दो बच्चे की कीमत एक के बराबर है'। इसी तरह का कुछ ऑफर मैकडोनल्ड रेस्टोरेंट में मिलता है। शार्ली एब्दो ने जो दूसरा कार्टून बनाया है, उसमें जीसस पानी पर चलते दिखाई दे रहे हैं। और वहीं आयलन पानी में उल्टा डूबा है। इसमें कैप्शन लिखा गया कि, 'इससे यह प्रूव मिलता है कि क्रिश्चियन बच्चे पानी पर चल सकते हैं जबकि मुस्लिम बच्चे डूब जाते हैं'।

Charlie Hebdo Mocked The Death Of Syrian Kid Aylan Kurdi http://t.co/v9npZ8zSBH

— Sarah Kendzior (@sarahkendzior) September 14, 2015

Charlie Hebdo mocking Aylan, the child that drowned. Where are all you "Je Suis Charlie"s at now? Disgusting. pic.twitter.com/zdJEOr397o

— Tayyab (@Tayyxb) September 14, 2015
मिलेगा कानूनी नोटिस

शार्ली एब्दो की इस शर्मनाक हरकत की जहां पूरी दुनिया में निंदा की जा रही है, वहीं एक संस्था इसके खिलाफ कानूनी नोटिस भेजने की तैयारी कर रही। सोसाइटी ऑफ ब्लैक लॉयर्स के चेयरमैन पीटर हरबर्ट ने ट्वीट करके कहा कि, हमारी संस्था शार्ली एब्दो की इस हरकत को नजरअंदाज नहीं करेगी। यह काफी शर्मनाक है। इससे रेसिज्म को बढ़ावा मिलता है।'

The Society of Black Lawyers will consider reporting this as incitement to hate crime & persecution before the International Criminal Court

— D Peter Herbert OBE (@herbert_donald) September 14, 2015


सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा
आपको बताते चलें कि अभी कुछ महीनों पहले ही शार्ली एब्दो के एक विवादित कार्टून पर आतंकी संगठन ने इसके ऑफिस पर हमला किया था। जिसके चलते पूरी दुनिया शार्ली एब्दो के फेवर में आ गई, खासतौर पर दुनियाभर के सभी मीडिया संस्थानों ने यहां तक कह दिया था कि क्या अब गोलियों की आवाज से फ्रीडम ऑफ स्पीच खत्म किया जा रहा है। हालांकि उस समय तो शार्ली एब्दो को जितना सपोर्ट मिला, आज उतना ही लोगों के अंदर एब्दो को लेकर गुस्सा भरा है। सोशल मीडिया पर इस मैग्जीन की काफी निंदा की जा रही है। वहीं कुछ लोगों ने यहां तक पूछ लिया 'क्या यही फ्रीडम ऑफ स्पीच' है।

 

 

 

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari