Defence Expo 2020 के शुभारंभ के मौके पर स्वदेशी विमानों तेजस और सूर्यकिरण ने अपना दम दिखाया। वहां मैाजूद सभी विदेशी मेहमान देश में बने इन विमानों की खासियत देख दंग रह गए।

लखनऊ (ब्यूरो)। Defence Expo 2020 के शुभारंभ के मौके पर एयरफोर्स के फ्लाई पास्ट और आर्मी के डेमो ऑपरेशन ने जमकर समा बांधा। देश में निर्मित तेजस और सूर्यकिरण विमानों का दम देखकर तो वहां मौजूद विदेशी मेहमान भी दंग रह गए। पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में आर्मी की सिग्नल रेजिमेंट के डेयर डेविल्स बाइकर्स के हैरतअंगेज करतबों ने भी खूब तालियां बटोरीं। अमेरिकी सी-17 ग्लोब मास्टर व रशियन सुखोई-30 विमानों की जुगलबंदी मानो संदेश दे रही थी कि विश्व की दोनों महाशक्तियों को अगर कोई साथ ला सकता है तो वह भारत ही है।

पैराट्रूपर्स ने लगाई छलांग

फ्लाईपास्ट की शुरुआत रूद्र व लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर सेना के तीनों अंगों के घ्वज लगाते हुए वी का फॉर्मेशन बनाकर मुख्य अतिथि को सलामी दी। इसके बाद सूर्य किरण विमानों ने तिरंगा धुआं छोड़ते हुए उड़ान भरी। अभी दर्शक तिरंगे आकाश को निहार ही रहे थे कि नौ सूर्यकिरण विमानों ने एक के बाद एक मिग-21, जगुआर, राफेल की फॉर्मेशन बनाकर लोगों को चौंका दिया। इसके बाद वी फॉर्मेशन में सूर्यकिरण विमान डेमो ग्राउंड पर आकर पलक झपकते ही अलग-अलग दिशा में उड़ गए। इसके साथ ही तेजस ने भी आयोजन स्थल के ऊपर से उड़ान भरी तो उनकी गर्जना से आसमान गंूज उठा। ओसामा बिन लादेन को मौत के घाट उतारने में अहम भूमिका निभाने वाला चिनूक हेलीकॉप्टर भी लोगों के बीच कौतूहल बना रहा। इंडियन एयरफोर्स के भारी भरकम कैरियर विमान सी-17 ग्लोबमास्टर के दोनों तरफ सुखोई-30 विमानों ने उड़ान भरकर बेहद सुखद नजारा पेश किया। एयरफोर्स की आकाश गंगा टीम के पैराट्रूपर्स ने दोपहर करीब 2।45 बजे आठ हजार फीट की ऊंचाई से कूद कर उपस्थित लोगों को दांतों तले अंगुली दबाने पर मजबूर कर दिया। टीम लीडर विंग कमांडर पीएस साम्या के नेतृत्व में पैराट्रूपर्स की टीम महज आठ मिनट में जमीन पर सुरक्षित उतर गई।

वृंदावन पर महज 10 मिनट में किया कब्जा

आर्मी की आर्टिलरी यूनिट और एयरफोर्स ने ज्वाइंट ऑपरेशन में वृंदावन कॉलोनी एरिया को दुश्मनों से आजाद करने का डेमो दिखाया। कमांडर का आदेश मिलते ही फुल विड्थ माइन प्लग (एफडब्लूएमपी) फौरन दुश्मन के एरिया में लगी अंडरग्राउंड माइन को डिटेक्ट कर नष्ट करने के लिये निकल पड़ी। इसके ठीक पीछे बोफोर्स व धनुष तोपों ने भी मोर्चा संभालकर दुश्मन पर गोलों की बारिश कर दी। इसी बीच भीष्म और अर्जुन टैंक भी वहां आ पहुंचे और दुश्मनों पर आग बरसाने लगे। दुश्मन संभल पाता इससे पहले ही रूद्र व चीता हेलीकॉप्टर पर सवार स्पेशल पैरा कमांडो भी मैदान में कूद पड़े और उन्होंने पलक झपकते ही दुश्मन को मौत की नींद सुलाकर वृंदावन को कब्जे से मुक्त करा लिया।

कैवलरी ने भी किया हैरतअंगेज प्रदर्शन

सैन्य हथियारों के प्रदर्शन के बाद आर्मी कैवलरी मैदान में उतरी। इस दौरान घुड़सवारों ने टेंट पेगिंग, लेमन पेग के हैरतअंगेज प्रदर्शन किये। इसके अलावा छह घुड़सवारों के दस्ते ने अश्व योग का प्रदर्शन किया। जिसमें घुड़सवारों ने घोड़े पर बैठे-बैठे पर्वतासन, ताड़ासन, रक्तासन, चक्रासन, सिंहासन और मुक्तहास आसन का प्रदर्शन किया।

ट्रांसपोर्टेबल राडार से कमांड

फ्लाईपास्ट के दौरान हर एक विमान के बीच में महज एक मिनट का अंतर रखा गया था। एयरफोर्स के ट्रांसपोर्टेबल रडार से पूरा कमांड किया गया। फ्लाई पास्ट का एरिया यात्री विमानों की लैंडिंग के ट्रैक पर ही स्थित है, लिहाजा फ्लाईपास्ट के दौरान चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर फ्लाइट ऑपरेशन को पूरी तरह रोक दिया गया था।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari