उत्तर-पूर्व दिल्ली में जारी हिंसा के लिए कुछ लोगों ने जहां भाजपा नेता कपिल मिश्रा के बयान को जिम्मेदार बताकर उनकी गिरफ्तारी की भी मांग की है। वहीं कपिल मिश्रा अपनी बात पर कायम हैं। उन्होंने आज भी ट्वीट किया जिन्होंने कभी बुरहान वानी और अफजल गुरु तक को आतंकी नहीं माना वो कपिल मिश्रा को आतंकी बता रहे हैं।

नई दिल्ली(एजेंसियां)। भाजपा नेता कपिल मिश्रा उत्तर-पूर्व दिल्ली में सीएए के समर्थन में रविवार को भीड़ को संबोधित करते हुए दिए गए अपने भाषण के बाद से विवादों में घिर गए हैं। भाजपा नेता कपिल मिश्रा विपक्षी नेताओं और सोशल मीडिया यूजर्स के एक बड़े वर्ग के निशाने पर आ गए। एक ओर जहां कुछ लोग कपिल मिश्रा को आतंकवादी कहने के साथ ही उन्हें अरेस्ट करने की मांग कर रहे हैं। वामपंथी नेता वृंदा करात ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा, पूर्वोत्तर दिल्ली में हिंसा के लिए कपिल मिश्रा को दोषी ठहराते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।

जिन्होंने कभी बुरहान वानी और अफ़ज़ल गुरु तक को आतंकवादी नहीं माना
वो कपिल मिश्रा को आतंकवादी बता रहे हैं
जो याकूब मेनन , उमर खालिद और शरजील इस्लाम को रिहा करवाने कोर्ट जाते हैं
वो कपिल मिश्रा को गिरफ्तार करने की माँग कर रहे हैं
जय श्री राम

— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) February 26, 2020कपिल मिश्रा को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे

वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता अपनी बात पर कायम है। उनका कहना है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा। कपिल मिश्रा ने आज भी सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर पोस्ट किया कि जिन्होंने कभी बुरहान वानी और अफजल गुरु तक को आतंकवादी नहीं माना वो कपिल मिश्रा को आतंकवादी बता रहे हैं जो याकूब मेनन , उमर खालिद और शरजील इस्लाम को रिहा करवाने कोर्ट जाते हैं वो कपिल मिश्रा को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। जय श्री राम

दोस्तों,
देश से और विदेशों से लगातार फोन आ रहे हैं
मुझे जान से मारने का एलान किया जा रहा हैं
धमकियाँ दे रहे हैं
बंद सड़कों को खुलवाने को कहना कोई गुनाह नहीं
CAA का समर्थन कोई गुनाह नहीं
सच बोलना कोई गुनाह नहीं
I don't fear this massive hate campaign against me 🙏

— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) February 25, 2020सीएए का समर्थन करके अपराध नहीं किया

इसके पहले मंगलवार को भी कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया था कि उनके संग दुर्व्यवहार हो रहा है और उनको मौत की धमकी जारी की गई है। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने सीएए का समर्थन करके अपराध नहीं किया है। मुझे मारने के लिए कई लोगों के फोन आ रहे हैं। राजनेताओं और पत्रकारों सहित कई लोग मुझे गाली दे रहे हैं लेकिन, मुझे डर नहीं है क्योंकि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। बंद सड़कों को खुलवाने को कहना कोई गुनाह नहीं है।

दिल्ली पुलिस को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया

बता दें कि कपिल मिश्रा ने रविवार को उत्तर-पूर्व दिल्ली के मौजपुर क्षेत्र में जाफराबाद के निकट नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के पक्ष में एक रैली का नेतृत्व किया था। इस दाैरान रैली में उन्होंने नागरिकता कानून का विरोध कर रहे लोगों को हटाने के लिए दिल्ली पुलिस को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था। इसके बाद वी सीएए के पक्ष व विपक्ष के लोगों में झड़पें शुरू हो गई। रविवार से अब तक 21 लोगों की मौत हो गई है और 180 से अधिक घायल हैं।

Posted By: Shweta Mishra