-डिस्ट्रिक्ट लाइब्रेरी हुई हाईटेक, मेंबर्स के लिए टैबलेट और कंप्यूटर्स

-स्टूडेंट्स और महिलाओं के साथ ही बच्चों के लिए लाइब्रेरी में स्पेशल अरेंजमेंट्स

KANPUR : सालों तक नेगलेक्टेड रही शहर की डिस्ट्रिक लाइब्रेरी अब रिनोवेट हो गई है। लाईब्रेरी का डिजिटलाईजेशन कर दिया गया है। अब जो भी इस लाइब्रेरी का मेंबर होगा उसे डेली एक घंटे इंटरनेट यूज करने का मौका मिलेगा। लाइब्रेरी के फ‌र्स्ट फ्लोर के हॉल को पूरी तरह से डिजिटल बना दिया गया है। यहां दस लैपटॉप और दस टैबलेट के साथ प्रोजेक्टर व तीन डेस्कटॉप कंप्यूटर्स रखे गए हैं। हालांकि डिस्ट्रिक लाइब्रेरी में इस टाइम करीब म्0 हजार बुक्स हैं। लेकिन बजट के अभाव में इनका रख रखाव अच्छी तरह से नहीं हो पा रहा है। अहम बात यह है कि बच्चों के लिए भी यहां लाइब्रेरी है जहां पर उनके लिए ट्वॉयज की भी व्यवस्था करके रखी गयी है। लाइब्रेरी के डिजिटलाईजेशन व रिनोवेशन में माइक्रोसाफ्ट के मालिक बिल गेट की एनजीओ बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने मदद की।

लाइब्रेरी में ट्रेनिंग भी

लालइमली चौराहे पर, जीआईसी (गवर्नमेंट इंटर कॉलेज) परिसर में डिस्ट्रिक लाइब्रेरी को हाईटेक बनाने का काम करीब-करीब पूरा कर लिया गया है। माइक्रोसाफ्ट के ओनर के फाउंडेशन ने इंडिया की एक एनजीओ को इस लाइब्रेरी को हाईटेक करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इस लाइब्रेरी को हाइटेक बना दिया गया है। लाइब्रेरी को हाइटेक करने और ट्रेनिंग देने वाले प्रत्यूष दुबे ने बताया कि यह लाइब्रेरी सुबह क्0 से शाम भ् बजे तक खुलती है। इसके हाईटेक करने का काम पूरा हो चुका है। जो स्टूडेंट्स लाइब्रेरियन के कोर्स कर इंटर्नशिप कर रहे हैं उन्हें कम्प्यूटर की ट्रेनिंग दी जा रही है। कंप्यूटर्स के अलावा प्रिंटआउट लेने के लिए दो प्रिंटर भी लगाए गए हैं। लाइब्रेरी का मैनेजमेंट देख रहे पंकज शर्मा ने बताया कि बेसिक इजी स्टेप कोर्स भी कम्प्यूटर की नॉलेज गेन करने वालों को दी जाएगी जिसकी फीस वीमेंस के लिए ख्भ्0 रुपए और अदर के लिए फ्00 रुपए रखी गयी है।

नॉमिनल फीस में अनलिमिटेड ज्ञान

हाइटेक लाइब्रेरी का मेंबर बनने के लिए वीमेन और बच्चों को ख्00 रुपए फीस पर इयर देनी होगी। इसके अलावा यूथ व अन्य को मेंबरशिप हासिल करने के लिए ख्भ्0 रुपए प्रति वर्ष जमा करना होगा। इन मेंबर्स को डेली एक घंटा गूगल पर सर्च करने का मौका मिलेगा।

यहां पर हैं म्0 हजार किताबें

डिस्ट्रिक लाइब्रेरी की लाइब्रेरियन शारदा तिवारी ने बताया कि लाइबेरी में करीब म्0 हजार बुक्स हैं। बजट न मिल पाने के कारण लाइब्रेरी में बुक्स व मैग्जीन का रख रखाव अच्छे से नहीें हो पा रहा है। बिल गेट के फाउंडेशन की हेल्प से डिजिटल लाइब्रेरी का जो कॉन्सेप्ट आया वो हमारे लिए बेहतर है। अभी आम तौर पर डेली लाइब्रेरी में करीब ख्0 विजिटर्स आते हैं।

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डिजिटल लाइब्रेरी का इनॉग्रेशन जल्द ही होगा इसके लिए डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन से बात की जा रही है। हाइटेक लाइब्रेरी हो जाने के कारण यूथ को काफी फायदा होगा। मेंबर बन जाने पर उन्हें नेट की सुविधा डेली एक घंटे मिलेगी।

-शारदा तिवारी, लाइब्रेरियन, डिस्ट्रिक लाइब्रेरी

Posted By: Inextlive