- हेरिटेज जोन में लगे जाम में फंसे एक्टर जैकी श्राफ बने ट्रैफिक कंट्रोलर

- ट्वीटर पर शेयर किया वीडियो

LUCKNOW :

लखनवी नफासत और नजाकत के किस्से दुनिया के कोने कोने तक मशहूर हैं। सारे जहान में हमारे शहर की पहचान अदब तहजीब और सलीके से होती है, लेकिन यह सलीका और अदब महज किताबों तक सिमट कर रह गया है। 'पहले आप' की जगह 'पहले मैं' की संस्कृति ने ले लिया है, जिससे शहर को आए दिन शर्मसार होना पड़ रहा है। इसका ताजा उदाहरण हेरिटेज जोन घंटाघर के पास देखने को मिला। जब ट्रैफिक जाम में फंसे बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता जग्गू दादा (जैकी श्राफ) को ट्रैफिक कंट्रोलर की भूमिका निभानी पड़ी। गौरतलब है कि जैकी श्राफ अपनी अपकमिंग फिल्म की शूटिंग के लिए राजधानी में हैं। बीते रविवार को वे यहां के भयंकर जाम से रूबरू हुए तो उन्होंने इसका वीडियो ट्विटर पर शेयर कर राजधानी के ट्रैफिक सिस्टम का दर्द बयां किया।

खुद का इंज्वॉयमेंट औरों को दिक्कत

हेरिटेज जोन जो हमारे शहर की पहचान है, वहां लोगों के नॉन ट्रैफिक सेंस ने इसको बर्बाद कर रखा है। शाम के समय घंटाघर पिकनिक स्पॉट बन जाता है। यहां लोग अपने दोस्तों और फैमिली के साथ इंज्वॉय करने आते हैं मगर वे दूसरों के लिए परेशानी बन जाते हैं। शाम से ही यहां की सड़कें पार्किंग में बदल जाती हैं, जिससे हर तरफ जाम की स्थिति होती है। कभी-कभी तो यहां से वाहन निकलने में घंटों लग जाते हैं। शाम को सड़क पर लगने वाले ठेले और दुकानें इस समस्या को और बढ़ा देते हैं।

ट्विटर पर शेयर किया वीडियो

जैकी श्राफ ने सोमवार रात करीब दस बजे नौ सेकेंड का वीडियो 'लखनऊ ट्रैफिक कंट्रोल' कैप्शन के साथ पोस्ट किया। जिसमें वो घंटाघर के पास जाम में फंसी अपनी गाड़ी को निकलवाते दिखाई दिए। उनके ट्विटर हैंडल को अब तक 19 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं, वहीं 155 से अधिक लोगों ने इसे री-ट्वीट किया है। तो 1200 से ज्यादा इसे लाइक कर चुके हैं।

इससे पहले भी हो चुकी है किरकिरी

जैकी श्राफ पहले नहीं है जिन्हें यहां के ट्रैफिक सिस्टम ने परेशान किया है। इससे पहले ट्रैफिक सिस्टम से परेशान होकर पेटीएम के मालिक विजय शेखर 2016 में तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव से मिलने रिक्शा से पहुंचे थे। क्योंकि उनकी गाड़ी अव्यवस्थित ट्रैफिक में फंस गई थी। इसके बाद ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने की काफी कवायद की गई, मगर दो साल के बाद भी स्थिति जस की तस है। वहीं दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के प्लेयर डेल स्टेन लखनऊ से कानपुर जाते वक्त भीषण जाम में फंस गये थे। उन्होंने भी यहां की ट्रैफिक व्यवस्था पर तंज कसते हुए ट्वीट किया था।

यहां भी जाम से परेशान

हेरिटेज जोन तो महज एक उदाहरण है। शहर की लगभग सभी प्रमुख जगहों पर लोग जाम से जूझते नजर आते हैं। इस जाम का एक कारण सड़कों के किनारे अतिक्रमण और रोड़ पर खड़े वाहन भी हैं। वहीं निशातगंज, इंदिरा नगर, हुसैनगंज, टेढ़ी पुलिया, आलमबाग आदि जगहों पर जाम की मुख्य समस्या अतिक्रमण और ट्रैफिक रूल्स फॉलो न करना है। प्रशासन के साथ हमें भी अपने शहर को जाम मुक्त बनाने में सहयोग देना होगा। तभी हम अपने शहर की अदब तहजीब को बरकरार रख पाएंगे।

यह लखनऊ का मिजाज नहीं

शहर में अगर कोई आता है तो उसको वो नहीं मिलता जिसके लिए शहर जाना जाता है। चाहे यहां का सलीका हो या बर्ताव। पहले 'पहले आप' की संस्कृति थी लेकिन अब यह बदल गई है। ट्रैफिक रूल्स तो सबके लिए हैं, हमें उसको फॉलो करना चाहिए। ताकि बाहर से आये लोग यहां की हमारी अच्छी यादें लेकर जाएं। लखनऊ का ऐसा मिजाज बिलकुल नहीं था।

योगेश प्रवीन, इतिहासकार

Posted By: Inextlive