क्रिकेटर, अभिनेता, कोच और अब चयनकर्ता
संदीप पाटिल की गिनती 80 के दशक के प्रमुख भारतीय क्रिकेटरों में होती है। वे कपिल देव की कप्तानी में विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे।
उनकी पहचान एक जोशीले बल्लेबाज़ के तौर पर थी जो मध्य क्रम में भारतीय टीम की मज़बूत कड़ी माने जाते थे। वे कभी-कभी गेंदबाज़ी भी कर लेते थे।संदीप पाटिल ने भारत के लिए पहला टेस्ट मैच जनवरी 1980 में पाकिस्तन के खिलाफ खेला। इसके बाद 1981 में ऑस्ट्रेलिया दौरे में उन्होंने ज़बरदस्त प्रदर्शन कर सबको प्रभावित किया। उन्होंने पहली पारी में 174 रन बनाए थे।जोशीला अंदाज़वहीं वनडे मैचों में संदीप पाटिल ने दिसंबर 1980 में आग़ाज़ किया- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़। 80 के दशक में वे भारतीय टीम से अंदर-बाहर होते रहे। लेकिन 1983 के विश्व कप में वे भारतीय हिस्सा का अहम हिस्सा थे और उन्होंने प्रतियोगिता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
हालांकि विश्व कप जीतने के बाद से वे नियमित रूप से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं रहे। 1984 के बाद उन्हें फिर टेस्ट टीम में शामिल नहीं किया गया। अपना अंतिम वनडे मैच संदीप पाटिल ने 1986 में खेला। संदीप पाटिल बाद में घरेलू क्रिकेट खेलते रहे।संदीप पाटिल ने टेस्ट मैचों में कुल 1585 तो वनडे मैचों में 1005 रन बनाए। वे भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रह चुके हैं और कीनियाई टीम के कोच भी बन चुके हैं।
क्रिकेट की दुनिया के साथ-साथ उनका नाता फिल्मी दुनिया से भी रहा है। उन्होंने हिंदी फिल्मों में भी किस्मत आज़माई थी लेकिन सफल नहीं रह सके और पूनम ढिल्लों के साथ फ़िल्म कभी अजनबी थे में ही नज़र आए।