क्या आप जानते हैं मायावती को बैकफुट पर लाने वाली स्वाती सिंह के बारे में
इन दिनों चर्चा में चल रहे विवादित भाजपा नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह का परिवार वैसे तो बलिया जिले का रहने वाला है पर उनका बचपन बिहार में ही गुजरा। वे 1 अगस्त 1978 को बोकारो में पैदा हुई थीं। जो पहले बिहार का हिस्सा था और अब झारखंड में शामिल है। यहीं उनकी शुरूआती शिक्षा हुई, क्योंकि उनके पिता बोकारो के हिंदुस्तान स्टील प्लांट में काम करते थे।
स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद स्वाती सिंह ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लखनऊ यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। उसके बाद यहीं से उन्होंने एमबीए, एलएलबी और एलएलएम भी पूरा किया।
विश्वविद्यालय में दयाशंकर से मुलाकात और प्यार
लखनऊ विश्वविद्यालय में ही शिक्षा के दौरान स्वाति और दयाशंकर की मुलाकात हुई जो जल्दी ही प्यार में बदल गयी। इसी दौरान दयाशंकर 1999 में यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ का चुनाव जीत कर महामंत्री बन गए। इसके बाद परिवार की सहमति से दोनों का 18 मई 2001 में विवाह हो गया। दोनों के दो बच्चे हैं।
राजनीति से दूर
हालाकि दयाशंकर हमेशा ही राजनीति से जुड़े रहे और अपने अफेयर के दौर में ही उन्होंने छात्रसंघ का चुनाव भी लड़ा लेकिन इसके बावजूद स्वाति को कभी भी राजनीति में रुची लेते नहीं देखा गया। वो हमेशा ही इससे दूर रही और केवल दयाशंकर का ही साथ देती दिखाई दीं।
हालाकि वो अपने घर परिवार और बच्चों को ही प्राथमिकता देती रही हैं परंतु बीच में कुछ अर्से के लिए उन्होंने अध्यापन कार्य भी किया। उन्होंने 2005 से 2009 के दौरान लखनऊ यूनिवर्सिटी के मैनेजमेंट विभाग में एडहॉक लेक्चरर के तौर पर काम किया था।
हमलावरों पर हावी
अब जब दयाशंकर बसपा के निशाने पर आ गए और उनका पार्टी से छह साल के लिए निलंबन होने के बाद भी उन पर व्यक्तिगत हमले बंद नहीं हुए तब स्वाति ने मोर्चा संभाला है और बसपा और उनकी प्रमुख मायावती को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि जो हुआ उसके लिए उनके पति को सजा मिलने के बावजूद परिवार पर अभद्र टिप्पणी करने का क्या औचित्य है। स्वाति ने कहा इन हरकतों और सोशल मीडिया पर मिल रही धमकियों से उनकी मासूम बेटी डरी हुई है। इसके लिए उन्होंने अब मयावती से कार्यवाही करने और माफी मांगने के लिए भी कहा है।