एसआरएन हॉस्पिटल में खत्म हुआ डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन

शुक्रवार से होगी ऑनलाइन काउंसिलिंग

ALLAHABAD: नीट काउंसिलिंग में सरकार द्वारा बदले नियम अभ्यर्थियों के सिरदर्द का कारण बन रहे हैं। गुरुवार को एसआरएन हॉस्पिटल में डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए पहुंचे कई अभ्यर्थियों को मूल निवास प्रमाणपत्र नहीं होने से निराश होना पड़ा। इनके पास सामान्य निवास प्रमाण पत्र था। जबकि इस बार काउंसिलिंग में मूल निवास प्रमाण पत्र की मांग की गई थी।

सभी डीएम को भेजे गए थे लेटर

चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक उप्र की ओर से प्रत्येक जिले के डीएम को नियमों में बदलाव का पत्र भेजा गया था। इसे देखते हुए डीएम संजय कुमार ने अभ्यर्थियों को मूल निवास प्रमाण पत्र तत्काल उपलब्ध कराने के आदेश तहसीलों को दिए थे। इसके बावजूद जिन अभ्यर्थियों को पहले से जानकारी नहीं थी, उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। गुरुवार को हॉस्पिटल टेली मेडिसिन सेंटर में डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन लिए उमड़ी भीड़ के लिए दस काउंटर बनाए गए थे। इस दौरान अंक पत्र, जाति प्रमाण पत्र में गलती भी पाई गई। सर्वाधिक अभ्यर्थियों को निवास प्रमाण पत्र के लिए परेशान होना पड़ा। 32000 रैंक तक के छूटे अभ्यर्थी वेरिफिकेशन में शामिल हुए। 15 जुलाई से प्रथम चक्र की ऑनलाइन काउंसिलिंग होनी है। इसमें छात्र-छात्राओं को रैंक के आधार पर कॉलेज में सीट उपलब्ध कराई जाएगी। प्रक्रिया 31 अगस्त तक जारी रहेगी। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह ने बताया कि सभी जरूरी इंतजाम कर लिए गए हैं।

Posted By: Inextlive