Patna : छोटे पर्दे के बड़े सितारे को बड़े पर्दे पर भी एंट्री मिल गई. कल तक उसके लिए सबकुछ छोटा था पर वक्त बदला और अब वह बड़े पर्दे का सितारा बन चुका है. यह छोटी कहानी सुशांत सिंह राजपूत की है जो पटना से निकलकर अब मुंबईया फिल्म इंडस्ट्री पर छाने को तैयार हैं.


सुशांत लीड कैरेक्टर में हैंछोटे पर्दे पर सुशांत की दीवानगी पहले ही छा चुकी है और अब वे बड़े पर्दे पर भी छाने को तैयार हैं। उनकी पहली फिल्म 'काई पो चेÓ रिलीज को तैयार है, जिसमें सुशांत लीड कैरेक्टर में हैं। कभी इंजीनियरिंग बनने की राह पर थे सुशांत, पर यह प्रोफेशन नहीं भाया और आज वे सिल्वर स्क्रीन के बड़े स्टार बनने की प्रॉसेस में हैं। डांस ने दिलाई पहचान


सुशांत को ग्लैमर इंडस्ट्री में पहचान टेलीविजन से मिली, पर इससे पहले से सुशांत इससे जुड़ चुके थे। एक्टिंग में सुशांत की शुरुआत श्यामक डावर के डांस ट्रुप से हुई, बैरी जॉन की थिएटर क्लासेज भी ज्वाइन किया, लेकिन सुशांत को असली पहचान डांस ने ही दिलाई। सुशांत ने कॅरियर की शुरुआत में कॉमनवेल्थ गेम्स और फिल्मफेयर अवाड्र्स में भी डांस किया, पर बाद में डांस रियलिटी शो 'जरा नच के दिखाÓ और 'झलक दिखला जाÓ के सीजन 4 में भी कंटीन्यू रहा। हालांकि इससे पहले सुशांत के 'पवित्र रिश्ताÓ के मानव के कैरेक्टर ने सुशांत को गल्र्स के बीच हॉट फेवरेट बना दिया था।एक्टिंग के लिए गए दिल्ली

बिहार में कई ऐसे एक्टर हुए हैं, जिनके लिए बॉलीवुड का रास्ता दिल्ली होकर खुला है। मनोज वाजपेयी से लेकर गैंग्स ऑफ वासेपुर के परपेंडिकुलर यानी आदित्य भी पहले दिल्ली गए और उसके बाद मुंबई। इन दोनों की तरह ही सुशांत ने बैरी जॉन के थिएटर ग्रुप को भी ज्वाइन किया था। सुशांत ने 12वीं के बाद आईएसएम में एडमिशन भी क्लीयर किया था, जहां बिहार से मैक्सिमम इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स एडमिशन लेना चाहते हैं, पर सुशांत ने बैरी ज्वाइन ग्रुप को ज्वाइन करने के लिए डीसीई में एडमिशन लिया। Turning point चेतन भगत के नॉवेल 'थ्री मिस्टेक्स ऑफ लाइफ' पर बेस्ड अभिषेक कपूर डायरेक्टेड मूवी 'काय पो चेÓ से बॉलीवुड में सुशांत की एंट्री हो रही है। इस मूवी में सुशांत का कैरेक्टर इशान भट्ट का है, जो लीड कैरेक्टर है। सुशांत की यह फिल्म 22 फरवरी को रिलीज हो रही है, पर इससे पहले से ही उनकी झोली में कई बड़े डायरेक्टर्स की मूवीज आ गई है। राजकुमार हिरानी की 'पी.के.' और इम्तियाज अली की '22 टैंगोÓ भी सुशांत के हिस्से है। Academically strong

सुशांत बचपन से ही एकेडमिक लेवल पर स्ट्रांग थे। फैमिली में इंजीनियर्स की संख्या अधिक थी, तो सुशांत को भी इंजीनियरिंग कॅरियर विरासत में मिला। इसके लिए सुशांत ने मेहनत भी की और 2003 में जब एआईईईई का एग्जाम दिया, तो रिजल्ट में वो देशभर में टॉप 7 की रैंक पर थे। इस साल सुशांत ने 11 एग्जामिनेशन क्लीयर किया था, जिसमें आईएसएम धनबाद के साथ दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (डीसीई) भी शामिल था। इसके बाद सुशांत ने डीसीई में मेकेनिकल ब्रांच में एडमिशन ले लिया।

Posted By: Inextlive