होली में भंग तरंग और रंग का कांबीनेशन जरूरी है. यह कांबीनेशन और भी डेडली बना दिया है inextlive.com के रीडर्स ने पालिटीशियन और इलेक्‍शन रिजल्‍ट को फिल्‍म सांग्‍स के साथ ब्‍लैंड करके.


होली और इलेक्शन क्या रिलेशन है दोनों में, अरे भई दोनों ही में और कुछ हो ना हो हुड़दंग तो जम कर होता है। अबकी इलेक्शेन कमीशन में बैठ गए कुछ सोबर किस्म के लोग। नतीजा यह हुआ कि इलेक्शन में वोटिंग परसेंटेज तो बढ़ा पर मस्तीं का लेबल घट गया पर अपन ठहरे हिंदुस्तानी वह भी पक्के यूपी वाले ऐसे कैसे मस्ती का मौका छोड़ देते। सो वोटर ने स्टैंडिंग गवर्नमेंट को जम कर धोया साथ में सेंट्रल से आए कांग्रेसी राहुल भैया का रंग भी बदल डाला।
वोटर्स की होली से गोरे गोरे राहुल गांधी लाल हो गए। तब समझ में आया इलेक्शन कमीशन में सोबर नहीं बड़े स्मार्ट बंदे बैठे थे। कोई जीते, कोई हारे, वह जानते थे कि रंग तो चढ़ेगा भी और उतरेगा भी खूब। वोटर हमारा रीडर है तो हमने मांगे उनसे होलियाना कमेंट वह भी पार्टी लीडर्स के मिजाज से मिलते जुलते गानों की शक्ल में। गाने जिन्होंने हमें तो सराबोर किया ही सियासतदानों को भी जी भर रंगा। तो यह हैं आईनेक्स्टलाइव के रीडर्स के बीच किये गए पोल से निकलकर आये गाने अखिलेश की आशाएं


हम तो मान रहे थे कि सपा के युवा नेता अखिलेश यादव कह रहे होंगे कि आने वालों जरा होशियार यहां के हम हैं राज कुमार। हमारे वोटर्स ने कहा आशाएं आशाएं अरे भई पॉसिबल है यंगेस्ट चीफ मिनिस्टर बनने की अखिलेश की आशांए फिलहाल ना सही पर जल्दी ही पापा प्यारे पूरी कर दें। चल चल ओ मेरे हाथीअब माया की माया तो लुट गयी हताश निराश उन्हों ने अपना रेजिगनेशन गवर्नर को सौंप दिया। अब वह क्या  सोच रही हैं यह जनता सब जानती है। वह कह रही है कि चल मेरे हाथी ओ मेरे साथी ले चल खटारा खींच करराहुल के अरमान पालिटिक्स में ड्रामा, इमोशन, एक्शन सब जायज है, सब करते हैं। लेकिन जब यही सब राहुल गांधी ने किया तो क्या नेता क्या जनता सब उनके पीछे पड़ गए कि गलत है। भई यहां सब यही सब करें तो मौका है दस्तूर है और राहुल करें तो करेक्टर ढीला है। जनता ने कहा कि इतने दिल से यूपी को रिझाने आए राहुल के दिल के अरमां आंसुओं में बह गएसो इंज्वाय होली और Keep washing । Happy holi

Molly Seth for inextlive.com

Posted By: Inextlive