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सुबह होना था हाजिरपद से हटाए जाने के बाद निवर्तमान सीवीओ डॉ। वैश्य को सैटरडे सुबह 11 बजे चार सदस्यीय जांच कमेटी के सामने अपना पक्ष रखने के लिए हाजिर होना था। लेकिन, वह हाजिर नहीं हुईं। इसके पहले वह फ्राइडे को भी दो बार बुलाने के बावजूद नहीं पहुंची थीं। उन्होंने संस्थान के दो टीचर्स और एक सिक्योरिटी ऑफिसर पर मिसबिहेव करने का आरोप लगाया था। इनमें प्रो। यूएस तिवारी, चीफ प्रॉक्टर डॉ। विजय चौरसिया और सिक्योरिटी ऑफिसर एलएन शर्मा का नाम शामिल है। Complaint के आधार पर होगी जांच
हाजिर नहीं होने के चलते जांच कमेटी अब उनकी उस कम्प्लेन को आधार मानकर जांच करेगी, जिसे उन्होंने पुलिस महकमे के पास ईमेल किया था। इस मेल की कॉपी में लगाए गए आरोपों की जांच अब कमेटी करेगी। बावजूद इसके अपना पक्ष रखने के लिए डॉ। वैश्य को फिर से बुलाया जा सकता है। वहीं कार्यवाहक निदेशक प्रो। नंदी ने सैटरडे को कम्प्लेन में नाम शामिल होने की वजह से चीफ प्रॉक्टर डॉ। चौरसिया को जांच कमेटी से हटाकर उनकी जगह डॉ। मनीष को मेंबर बनाया है। तो इसलिए नहीं पहुंचीं
उधर डॉ। वैश्य का कहना है कि नानी की तबीयत खराब हो जाने की वजह से जांच कमेटी के सामने हाजिर नहीं हो सकी हैं। इसकी सूचना उन्होंने वाया मेल कार्यवाहक निदेशक को दे दी है। उनके मुताबिक उनकी नियुक्ति मिनिस्ट्री लेवल पर हुई है और बिना ऊपर से कोई आदेश मिले वह सीवीओ पद का चार्ज नहीं देंगी। बता दें कि फ्राइडे केा सीवीओ का चार्ज लेने पहुंचे प्रो। यूएस तिवारी और डॉ। वैश्य के बीच कहासुनी हो गई थी। इसके बाद डॉ। वैश्य ने उनके समेत तीन पर मिसबिहेव का आरोप लगा दिया था।