फौजियों को अब 15 साल की नौकरी पर भी मिलेगा 'वन रैंक वन पेंशन' का फायदा
यहां बोले पीएम मोदी
बता दें कि शनिवार को रक्षा मंत्री की ओर से इसका एलान किए जाने के बाद प्रधानमंत्री पहली बार इस मुद्दे पर बोले। उन्होंने कहा कि वीआरएस को लेकर जवानों को भ्रमित किया जा रहा है। अब सेना के हर पेंशनधारी जवान को वन रैंक वन पेंशन का लाभ मिलेगा। उन्होंने ये भी कहा कि हम सेना के जवानों का सम्मान करते हैं। वन रैंक वन पेंशन का मामला पिछले 42 साल से लटका था, लेकिन उन्होंने सिर्फ 16 महीनों में ही इसे लागू किया। याद दिला दें कि इससे पहले उन्होंने रेवाड़ी में पहली बार वन रैंक वन पेंशन का जिक्र किया था। इसे लागू करने की बात आई तो उन्होंने हिसाब लगाया कि ये काम 300 करोड़ रुपये में पूरा होने वाला नहीं है। इसमें 8-10 हजार करोड़ रुपये लगेंगे।
पहले दिन से ही इसपर शुरू हो गया काम
उसके बाद पहले दिन से ही इस पर काम करना शुरू कर दिया गया। उन्होंने कहा कि देश के लिए लड़ने और अपनी जान देने वालों के सम्मान से बढ़कर कुछ नहीं है। ऐसे में इसके लिए उन्होंने कोई कमीशन नहीं बनाया। इसके अलावा कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि कई लोग इस पर राजनीति कर रहे हैं। वो लोग जिन्होंने पिछले 40 साल से कुछ नहीं किया, उन्हें इस बारे में बोलने का कोई हक नहीं है। इस बीच, पीएम के भाषण के बाद वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर पूर्व सैनिक ने जंतर-मंतर पर अनशन खत्म करने का ऐलान कर दिया है, मगर उनका धरना अभी जारी रहेगा।
हुई एक और मेट्रो की घोषणा
इस दौरान पीएम ने ये भी कहा कि जनता को विकास चाहिए, ऐसे में देश केवल राजनीति से नहीं बल्कि राष्ट्रनीति से चलता है। सभा को संबोधित करते हुए पीएम ने एक और मेट्रो की घोषणा भी कर दी। उन्होंने कहा कि अब हरियाण गर्व से कह सकता है कि हमारे पास भी मेट्रो है। यह मेट्रो यहां से लौट नहीं जाएगी, बल्कि वल्लभगढ़ के लिए काम शुरू होगा। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वह फरीदाबाद को एक और तोहफा देना चाहते हैं। वह है मुजेसर से आगे बल्लभगढ़ तक की मेट्रो का। बताया गया है कि इसमें अभी 6-7 सौ करोड़ की लागत और आएगी।