विवादास्पद फ्री बेसिक्स इंटरनेट सेवा एक बार फिर चर्चा में आ गई है। ऐसे में कल सोमवार को फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने इसका बचाव किया है। उनका कहना है कि फ्री बेसिक्स शिक्षा हेल्थकेयर और रोजगार से जुड़ी सभी सेवाएं निशुल्‍क ले सकते हैं। उन्‍होंने फ्री बेसिक्स की तुलना एक पुस्तकालय से की है।


सभी सेवाएं निशुल्कजानकारी के मुताबिक विवादास्पद फ्री बेसिक्स इंटरनेट सेवा को लेकर कल एक बार फिर मार्क जुकरबर्ग ने बचाव किया है। उनका कहना है कि सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर फ्री बेसिक्स शिक्षा, हेल्थकेयर और रोजगार से जुड़ी सभी सेवाएं निशुल्क ले सकते हैं। यानी कि ये सभी सर्विस यूजर्स बिना किसी डेटा के ले सकते हैं। इनता ही नहीं उन्होंने इसके लिए एक वीडियो पोस्ट किया है। जिसमें उनका कहना है कि आज हर यूजर्स का अधिकार है कि वह सोशल मीडिया पर बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले। इसमे सबसे खास बात तो यह है कि कनेक्टिविटी एक मानवाधिकार है। दुनिया के लिए कनेक्टिविटी हासिल करना उनकी पीढ़ी के लिए बुनियादी चुनौतियां हैं। ऐसे में अगर लोग बिना किसी बोझ के कनेक्टेड होंगे तो बहुत कुछ अच्छा होगा। फ्री बेसिक्स स्थगित
इतना ही नहीं उनका कहना है कि इससे जब बिना किसी डेटा योजना के यह सर्विस लोगों तक पहुंचेगी तो हर वर्ग के लोग इससे जुड़नें का प्रयास करेंगे। फ्री बेसिक्स में उपयोक्ता कुछ वेबसाइटें नि:शुल्क खोल सकते। जिससे लोगों में आसानी से जागरूकता फैलेगी। गौरतलब है कि हाल ही में दूरसंचार नियामक ट्राई ने रिलांयस कयुनिकोशंस से इस फ्री बेसिक्स को फिलहाल स्थगित करने को कहा है। रिलायंस कयुनिकेशंस भारत में फेसबुक की फ्री बेसिक्स पहल की भागीदार है। बताते चलें कि कुछ कंपनियां इस फ्री बेसिक्स सेवा का लगातार विरोध कर रही हैं। उनका कहना है फ्री बेसिक्स को लागू करना नैट निरपेक्षता के सिद्धांत का पूर्ण रूप से उल्लंघन करना है।

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Posted By: Shweta Mishra