कई राज्यों में फैला हुआ था नेटवर्क, आपूर्ति विभाग और पुलिस की टीम फेल

आईजी की रिपोर्ट पर हरकत में आई आपूर्ति टीम, छापेमारी के लिए निकली

Meerut। शहर में मंगलवार को नकली पेट्रोल बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़ करने के बाद पुलिस अब गैंग की जड़ें तलाशने में जुट गई है। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो सामने आया कि वेस्ट यूपी से लेकर, हरियाणा, दिल्ली और पंजाब तक नकली पेट्रोल मेरठ से सप्लाई किया जा रहा था। रोजाना टैंकरों में भरकर पेट्रोल यहां से भेजा जाता था। हैरान करने वाली बात यह है कि इस हरकत का पर्दाफाश न तो दिल्ली में हुआ, न ही हरियाणा में। पंजाब में भी धड़ल्ले से थिनर से बनाया गया पेट्रोल बेचा जा रहा था। इन राज्यों में कई पेट्रोल पंप मालिकों से सेटिंग कर नकली पेट्रोल बेचने के गोरखधंधे को अंजाम दिया जा रहा था।

पुलिस और आपूर्ति विभाग अनजान

भले ही मेरठ पुलिस ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली पेट्रोल के गोरखधंधे पर चोट की हो लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि गत 10 सालों से नकली पेट्रोल बेचे जाने के धंधे से पुलिस और आपूर्ति विभाग पूरी तरह अनजान था। इतना ही नहीं दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जालंधर पुलिस भी इस धंधे से बेखबर थी। हालांकि आपूर्ति विभाग यदि समय-समय पर सैंपल लेकर कार्रवाई करता तो पहले ही यह मामला पकड़ में आ सकता था।

अन्य राज्यों की पुलिस से संपर्क

छुट्टी से वापस आते ही एसएसपी अजय साहनी ने बुधवार को मामले की पूरी जानकारी एसपी देहात अविनाश पांडेय और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर प्रशांत कपिल से ली। पूरे मामले की रिपोर्ट लखनऊ भेजी जा रही है। साथ ही वेस्ट यूपी के तमाम जिलों के एसएसपी के साथ पंजाब, हरियाणा और दिल्ली पुलिस से भी संपर्क किया जा रहा है। जिससे वहां के पेट्रोल पंप पर शिकंजा कसा जा सके। पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि जहां-जहां पंपों पर पेट्रोल सप्लाई किया जा रहा था, उनकी सूची हम प्राप्त कर रहे है। उसके आधार पर वहां की पुलिस से संपर्क कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

एसआईटी का गठन

आईजी आलोक सिंह ने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए एसआईटी का गठन कर दिया है। एसआईटी का प्रभारी एसपी देहात अविनाश पांडेय को बनाया गया है। एसआईटी इस मामले में जांच-पड़ताल कर कार्रवाई करेगी। एसआईटी टीम में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर प्रशांत कपिल समेत कई इंस्पेक्टर्स को भी शामिल किया गया है।

जनता भी बेखबर, सरकार को चूना

नकली पेट्रोल के धंधे से पुलिस और आपूर्ति विभाग के साथ जनता भी इस धंधे से बेखबर था। उन्हें क्या मालूम था कि जो पेट्रोल वो अपनी महंगी गाडि़यों या मोटरसाईकिल को चलाने के लिए डलवा रहे हैं वो पेट्रोल उन वाहनों को चलने लायक ही नहीं छोड़ेगा। इतना ही नकली पेट्रोल के धंधे से सरकार को हर महीने करोड़ों रूपये का चूना भी लगाया जा रहा था।

सभी आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि वे बड़े पैमाने पर नकली पेट्रोल बनाने का काम कर रहे थे। वेस्ट यूपी के कई पेट्रोल पंप पर इनकी सप्लाई थी। इसी के साथ-साथ इनका नेटवर्क पंजाब तक फैला हुआ था। हमारी रिपोर्ट पर आपूर्ति विभाग की टीम इन पेट्रोल पंप सील करने की कार्रवाई कर रही है।

आलोक सिंह, आईजी, मेरठ रेंज

Posted By: Inextlive