मिशिगन एक बार फ‍िर अपनी Mसिटी की ओपनिंग के साथ ऑटोमोबाइल इनोवेशन का केंद्र बन गया है। अब आप सोच रहे होंगे कि ये Mसिटी है क्‍या। आपको बता दें कि ये पूरी तरह से बनवाटी शहर है जो 32 एकड़ की जमीन पर बना हुआ है। इसमें एक मील की पांच लेन सड़कें हैं वो भी चौराहों ट्रैफ‍िक सिग्‍नल्‍स और साइन पैदल चलने के लिए किनारों से निकले रास्‍ते बैंच रास्‍ते में आने वाली बाधाओं से बचने के लिए बैरियर्स और नकली इमारतों के साथ। इन सबके साथ इस शहर का निर्माण किया गया है सेल्‍फ ड्राइविंग वाहनों की टेस्टिंग के लिए।

ऐसी है जानकारी
इस Mसिटी का निर्माण इस बात को दिमाग में रखकर किया गया है कि सेल्फ ड्राइविंग कारों को टेस्ट करने के लिए फुली फंक्शनिंग वातावरण की जरूरत होती है। ऐसा वातावरण जहां रोजाना की चीजों को ध्यान में रखते हुए सभी फैक्टर्स मौजूद हों। इस शहर का खास और सबसे बड़ा उद्देश्य है एडवांस टेक्नोलॉजी को टेस्ट करना, जिसे सेल्फ ड्राइविंग कार के अंदर इस्तेमाल किया गया है।
ये खास है शहर में
इस शहर में तनाव परीक्षकों के तौर पर भित्ति चित्र और रोजाना की ड्राइविंग में कार की परफॉर्मेंस को जानने के लिए फेडेड लेन मार्किंग भी दी गई है। हाल ही में इंसानों की गलती के कारण दो सेल्फ ड्राइविंग कारों के आपस में टकराने की खबर के बाद से इस तरह की टेस्टिंग बेहद जरूरी हो चली है। इस शहर का निर्माण पब्लिक और प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर किया गया है।
ये शामिल हैं इस पार्टनरशिप में
इसमें मिशिगन विश्वविद्यालय, स्थानीय सरकारों, विभिन्न उद्योगों और अंतरराष्ट्रीय ऑटोमोटिव पावरहाउस जैसे फोर्ड, जीएम, हॉन्डा, निसान और टोयोटा शामिल हैं। इनकी कुल पार्टनरशिप $10,000,000 की हुई है। इस शहर को मिशिगन के एन आर्बर एरिया में बसाने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि यहां वाहनों को हर तरह के मौसम में दिखाया जा सकेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इस एरिया में समय दर समय कई तरह के मौसम रहते हैं।

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Posted By: Ruchi D Sharma