सौरव गांगुली से लेकर हरभजन तक इन क्रिकेटर्स ने किया कमबैक
सौरव गांगुली
कमबैक किंग स्टार सौरव गांगुली को 2003 वर्ल्ड कप में हार और फिर खराब प्रदर्शन के कारण टीम से निकला दिया गया। 2006 में सौरव की राष्ट्रीय टीम में वापसी हुई और उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसके बाद उस समय भारत के कोच रहे ग्रेग चैपल के साथ विवादों के चलते गांगुली पुनः टीम से निकाले गए लेकिन 2007 क्रिकेट विश्व कप में खेलने के लिए उनकी दोबारा वापसी हुई।
हरभजन सिंह
बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए 2016 जून में भज्जी को दो साल बाद टेस्ट टीम में शामिल किया गया था। भज्जी ने बांग्लादेश में एकमात्र खेले गए टेस्ट मैच में तीन विकेट झटके थे और इसका ईनाम उन्हें जिंबाब्वे के खिलाफ वनडे टीम में सिलेक्ट करके मिला। जिंबाब्वे के बाद श्रीलंका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए विराट की टीम में जिन तीन स्पिनरों को जगह दी गई उसमें आर. अश्विन, अमित मिश्रा के साथ भज्जी को भी टेस्ट टीम में बरकरार रखा गया। ये कमाल उनकी सधी गेंदबाजी के चलते ही हुआ।
वीवीएस लक्ष्मण
भारत के क्लासिक बल्लेबाज माने जाने वाले वीवीएस लक्ष्मण जिन्हें उनके शानदार खेल के लिए वेरी वेरी स्पेशल लक्ष्मण कहा जाता था, अपने खराब फार्म के कारण 1999 में टेस्ट टीम से बाहर कर दिए गए थे। करीब एक साल बाद 2000 में उनकी वापसी हुई और 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए भी उन्हें मौका दिया गया। इस सीरीज में एक मैच में उन्होंने शतक भी बनाया। लेकिन उनकी गिरती फार्म और धीमी रन बनाने की गति ने उनके कमबैक को एक दिवसीय और टेस्ट मैच दोनों में कुछ खास प्रभाव नहीं जमाने दिया।
2011 के वर्ल्ड कप में इंडिया की जीत के हीरो रहे युवराज सिंह को जब कैंसर के बारे में पता चला तो उनके दिल में एक ही सवाल था कि क्या वे मैदान पर दोबारा लौटेंगे। ये कहना है खुद युवराज का। पर कैंसर से फाइट कर के युवराज मैदान पर लौटे और पूरी ताकत से खेले भी। हालाकि कुछ एक पारियों को छोड़ कर वो अपनी पुरानी चमक नहीं बिखेर सके। इसके बावजूद युवराज को फाइटर तो कहा ही जाता है।
गौतम गंभीर
हाल ही में शुरू हुई इंग्लैड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले टेस्ट मैच में गौतम गंभीर की करीब दो साल के बनवास के बाद वापसी हुई। हालाकि अर्द्ध शतकीय पारी खेलने के बावजूद गंभीर एक बार फिर टीम के बाहर हो गए हैं।