- रेलमंत्री ने तीस से बढ़ाकर पचास फीसदी किया ट्रेनों में बुजुर्गो का कोटा

- आरक्षण में रेलकर्मी कर रहे खेल, लाभ से वंचित हो रहे बुजुर्ग यात्री

ALLAHABAD@inext.co.on

ALLAHABAD: बुजुर्ग रेलयात्रियों पर रेलमंत्री सुरेश प्रभु मेहरबान हैं। यही वजह है कि यात्रा के दौरान बुजुर्गो की सहूलियत को देखते हुए ट्रेनों में सीनियर सिटीजन का कोटा 30 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया गया है। एक अप्रैल से नई व्यवस्था लागू भी हो जाएगी। लेकिन प्रभु की इतनी कवायद के बाद भी रेल कर्मचारियों द्वारा आरक्षण में खेल के चलते बुजुर्गो को उनके लिए तय सहूलियत का लाभ नहीं मिल रहा है। आईनेक्स्ट के रियलिटी चेक में ऐसा ही कुछ नजर आया।

नहीं लगा कोटा

आई नेक्स्ट ने ट्रेनों में सीनियर सिटीजन को मिल रही सुविधाओं की हकीकत खंगालने के लिए सफर पर निकले बुजुर्ग यात्रियों से बात की। छपरा दुर्ग एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे वरिष्ठ नागरिक शंकर चौधरी ने बताया कि उन्होंने कुछ दिनों पहले ही अपना रिजर्वेशन कराया था। साथ ही अपना वरिष्ठ नागरिक का कोटा भी लगाया था लेकिन सीट कंफर्म नहीं हुई।

नहीं मिली लोअर बर्थ

कानपुर की ओर से जाने वाली सीमांचल एक्सप्रेस में सफर कर रहे वरिष्ठ नागरिक बाल कृष्ण से पूछे जाने पर की क्या उन्हें वरिष्ठ नागरिक कोटे के तहत रिजर्वेशन कंफर्म होने के साथ ही ही नीचे की बर्थ मिली है। इस पर उनका कहना था कि रेलवे की यह सुविधा उन्हें नहीं मिली बल्कि उन्होंने अपने बगल में बैठे एक पैसेंजर से मिन्नतें कर नीचे की बर्थ ली है।

बुजुर्गो की कहानी उन्ही की जुबानी

इलाहाबाद से ऊंचाहार जाने के लिए मैंने अपना रिजर्वेशन कराया था मगर वह कंफर्म न होकर बल्कि आरएसी मिला है। ऐसे में सफर करना मुश्किल भरा हो जाता है। रेलमंत्री बुजुर्गो को सुविधाएं तो दे रहे हैं, लेकिन कर्मचारी इसमें गोलमाल कर रहे हैं।

मनोज मैथली

मुझे तो नहीं लगता कि रेलवे जो सुविधा अपने यात्रियों के लिए शुरू करता है वह उन्हें प्रॉपर तरीके से मिलती है। कई बार हम लोगों को सीनियर सिटीजन के लाभ से वंचित होना पड़ता है। रिजर्वेशन कंफर्म न होने से टीटी से मदद मांगनी पड़ती है।

सतीश कुशवाहा

मुझे छपरा डिस्ट्रिक्ट जाना है लेकिन कोटा लगाने के बावजूद मुझे अपर बर्थ मिली है। स्वास्थ्य अच्छा न होने और पैरों में दर्द होने के कारण ऊपर की सीट में बैठकर सफर करने में दिक्कत होगी। लेकिन मजबूरी में किसी तरह सफर तो करना ही है। हमारे कोटे का लाभ कोई और ही लेता है।

फिरोज शाह

बिलासपुर से गाजीपुर जा रहा हूं। मिडिल बर्थ मिली थी। टीटीई से मिन्नत करने के बाद नीचे की बर्थ मिल पाई है। जब तक अधिकारी सुविधाओं को जायजा नहीं लेंगे, तब तक निचले तबके के रेल कर्मचारी आरक्षण में खेल करते रहेंगे।

राजदेव राजभर

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वरिष्ठ नागरिकों ने जताया आभार

ALLAHABAD: सीनियर सिटीजन कौंसिल इंटरनेशनल की ओर शुक्रवार को एक बैठक का आयोजन किया गया। इसमें कौंसिल के सभी पदाधिकारियों ने बुजुर्गो के लिए ट्रेनों में आरक्षण कोटा 50 प्रतिशत किए जाने पर खुशी जाहिर की। इस मौके पर कोषाध्यक्ष सुनील कुमार धवन ने रेलमंत्री सुरेश प्रभु का आभार जताया।

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फैक्ट फाइल

- बुजुर्गो को एक अप्रैल से मिलेगा ट्रेनों में 50 प्रतिशत आरक्षण का लाभ

- एक ट्रेन में बुजुर्गो को मिलेंगी 80 से 90 आरक्षित सीटें

शयनयान श्रेणी में छह नीचे की सीटें और एसी-टू व एसी-थ्री टायर में तीन नीचे की सीटें होंगी आरक्षित

- राजधानी, शताब्दी, दूरंतो तथा पूर्णत: वातानुकूलित ट्रेनों में नीचे की चार शायिकाएं इस श्रेणी के लिए आरक्षित होंगी

- जोड़ी में बुकिंग कराने पर एक ही आवेदन पर दो यात्री एक वरिष्ठ नागरिक या 45 साल से अधिक उम्र की महिला या गर्भवती महिला को मिलेगा लाभ

Posted By: Inextlive