AGRA (1 June): सिकंदरा स्मारक में बुधवार को सनसनी फैल गई। दोपहर में बदमाश और पुलिस के बीच फायरिंग हो गई। एसओजी की टीम ने घेराबंदी कर सत्ताधारी पार्टी का झंडा लगी कार में सवार पांच बदमाशों को दबोच लिया। फिलहाल थाना सिकंदरा में उनसे पूछताछ चल रही है। लेकिन पुलिस ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है। सूत्रों का कहना है कि बदमाशों का लिंक मथुरा से है और कई संगीन अपराधों में वह वांछित हैं।

दोपहर में हुई फायरिंग

सूचना के मुताबिक मथुरा से बदमाश सत्ताधारी पार्टी का झंडा लगी सफेद रंग की स्कार्पियो से निकले। आगरा एसओजी की टीम उनका पीछा कर रही थी। बदमाशों की कार करीब 12:15 बजे सिकंदरा एरिया में आ गई। एसओजी की गाड़ी उनके पीछे थी। बदमाशों को पता चल चुका था कि पुलिस उनके पीछे है। बदमाशों ने कार की स्पीड तेज कर दी। एसओजी टीम ने भी अपने वाहनों को दौड़ा दिया। बदमाशों ने देखा कि एसओजी टीम उनके पीछे है। वह अधिक तेज नहीं भाग सकते। सिकंदरा रोड पर भी वाहनों की कतार थी। लिहाजा बदमाशों ने बचने के लिए रास्ता तलाशा। उन्हें कोई रास्ता नहीं सूझा तो उन्होंने अपनी कार सिकंदरा स्मारक की पार्किंग में एंट्री करा दी। एसओजी की टीम तब तक उनके पीछे आ चुकी थी। बताया गया है कि बदमाशों की कार पंचर हो गई थी। उस दौरान टीम ने बदमाशों को घेर लिया। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो उस दौरान बदमाश और एसओजी टीम के बीच फायरिंग हुई। टीम सिविल ड्रेस में थी। लिहाजा लोगों को लगा कि बदमाश आ गए। फायरिंग होते ही मौके पर दहशत हो गई। जिस वक्त फायरिंग चल रही थी, उस वक्त स्मारक के अंदर तमाम देशी-विदेशी पर्यटक मौजूद थे। पार्किंग में भी एसओजी टीम ने चारों तरफ से कार सवार बदमाशों को घेर लिया। बदमाशों पर पिस्टल तनी हुई थी। बदमाशों को लगा कि वह ज्यादा देर तक टीम ने नहीं भिड़ सकते। इसलिए बदमाशों ने खुद को सरेंडर कर दिया। टीम उन्हें कार समेत थाना सिकंदरा लेकर आई। टीम निजी स्तर पर ही बदमाशों से पूछताछ करती रही। थोड़ी देर थाने में बैठा कर टीम बदमाशों को अपने साथ ले गई।

अधिकारियों ने साधी चुप्पी

इस मामले में जिस किसी भी अधिकारी से बात की उसने टाल दिया। सीओ हरीपर्वत ने इस मामले में अनभिज्ञता जाहिर कर दी। एसपी सिटी ने भी मामला एसओजी का बोलकर बात खत्म कर दी। एसपी क्राइम ने बाहर जाने का हवाला देकर मामला खत्म कर दिया।

Posted By: Inextlive