अगर आपसे कोई ये कहे कि आज भी भगवान गणेश जी का सिर इस धरती पर मौजूद है तो हो सकता आपको विश्‍वास न हो लेकिन यह सच है। भगवान गणेश का सिर उत्तराखंड के पिथौरागढ़ की एक गुफा में है। इस सिर के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्‍या में भक्‍त आते हैं। इतना ही नहीं यहां पर सर्वप्रथम पूज्‍यनीय गणेश जी के सिर के साथ और भी कई रहस्‍यमयी चीजें दिखती हैं। आइए जानें यह पूरी कहानी...

पुन: जीवित किया:
यह बात तो सर्वविदित है कि भगवान गणेश को हाथी का सिर लगा है। एक बार गजानन ने बालपन में मां पार्वती के दिए आदेश का पालन करते हुए शिव जी को घर के अंदर जाने से रोक दिया था। जिस पर शिव जी को क्रोध आया और उन्होंने गणेश जी का सिर काट दिया। इसके बाद माता पार्वती के विलाप पर गणेश जी को हाथी का सिर लगाकर जीवित किया गया।

शिव जी यहां विराजित:
इतना नहीं यहां पर लोगों का कहना है कि पुत्र के सिर के साथ खुद शिव जी यहां पर विराजित हैं। गणपति के शीश पर 108 पंखुड़ियों वाला कमल बना हुआ है। मान्यता है कि यह कमल ब्रम्हदेव का है और इसे शिव जी ने अपने पुत्र के सिर पर रखा है। इस कमल की पंखुड़ियों से गणपति के सिर पर पानी टपकता रहता है। इसके दर्शन मात्र से भक्तों के कष्ट दूर हो जाते हैं।

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Posted By: Shweta Mishra