-केंद्रीय मंत्री उमा भारती बोली, प्रपोजल भेजने में स्टेट गवर्नमेंट ने नहीं रखी दिलचस्पी

-मंदाकिनी नदी को मूल स्वरूप में चैनलाइज्ड करने को मंदिर के बैक साइड बनेगी सिक्योरिटी वाल

RUDRAPRYAG: केदारनाथ में मंदाकिनी नदी को मूल स्वरूप में लौटाने के साथ ही मंदिर के पीछे मेरु-सुमेरु पर्वत से गिरने वाले ग्लेशियर (हिमखंडों) से सुरक्षित रखने को सिक्योरिटी वाल का निर्माण कराया जाएगा। नमामि गंगे के तहत इसके लिए सौ करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। यह कहना है केन्द्रीय जल संसाधन और गंगा पुनर्जीवन मंत्री उमा भारती का। वे संडे को केदारनाथ रवाना होने से पहले रुद्रप्रयाग में मीडिया से बातचीत के दौरान बोल रही थीं।

उत्तराखंड सरकार ने नहीं भेजे प्रपोजल

केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने उत्तराखंड सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केदारनाथ में नमामि गंगे के तहत कराए जाने वाले कार्यो के लिए स्टेट से प्रपोजल मांगे गए थे, लेकिन एक साल से कोई प्रस्ताव नहीं मिले। कहा कि नमामि गंगे के तहत किए जाने वाले कार्य किस एजेंसी से कराए जाने हैं, इसको तय करना स्टेट गवर्नमेंट का काम है। अब यह प्रदेश सरकार पर निर्भर है कि वे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से कराए या फिर किसी दूसरी एजेंसी से। केंद्रीय मंत्री उमा भारती से भरोसा दिया कि राज्य सरकार केदारनाथ से संबंधित जो भी प्रस्ताव भेजेगी, केंद्र प्राथमिकता पर उन्हें मंजूरी देगी। नमामि गंगे पर उन्होंने कहा कि यह एक विराट योजना है, जिसका बजट ख्0 हजार करोड़ रुपए का है। इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है, जिसको जल्द ही जमीन पर उतार दिया जाएगा। इसके तहत कराए जाने वाले कार्यो के लिए निजी क्षेत्र का सहयोग भी लिया जाएगा।

केदारनाथ में ही रात्रि विश्राम करेंगी उमा

सुबह करीब क्0.फ्0 बजे उमा भारती केदारनाथ पहुंची। बाबा केदार के दर्शन किए। करीब डेढ़ घंटा मंदिर में बिताने के बाद श्रद्धालुओं से भी बातचीत की। दोपहर में पुनर्निर्माण कार्यो का जायजा लिया और एनआईएम अधिकारियों व कर्मचारियों से मुलाकात की। उन्होंने केदारनाथ में ही रात्रि विश्राम करने का निर्णय लिया है।

फोटो:::जागरण से ही लेनी होगी

Posted By: Inextlive