ओटीएस का लक्ष्य नहीं भेद पाया बिजली विभाग
समस्या
एक प्रतिशत भी कलेक्शन न होने पर अफसरों की किरकिरी ओटीएस का लक्ष्य नहीं भेद पाया बिजली विभाग - 40 करोड़ का मिला था लक्ष्य, 30 दिन में जुटाए केवल 40 लाख रुपए - लक्ष्य पूरा के लिए बढ़ाई डेट, कम राजस्व वालों पर होगी कार्रवाई Meerut। नोटबंदी का असर कहें या फिर अफसरों की लापरवाही, कि पीवीवीएनएल अपना ओटीएस लक्ष्य पूरा नहीं कर पा रहा है। दिसंबर-2016 में ओटीएस का जो लक्ष्य रखा गया था, एक माह बाद विभाग इसका एक प्रतिशत भी कलेक्ट नहीं कर पाया है। यही वजह है कि विभाग के कई अफसरों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। 40 लाख रुपए ही वसूलीग्रामीण क्षेत्रों के लिए पीवीवीएनएल द्वारा शुरू की गई ओटीएस (एकमुश्त समाधान योजना) के लिए मेरठ जोन के लिए 40 करोड़ रुपए राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा गया था। यह योजना पीवीवीएनएल केवल पहले 15 दिनों के लिए लाया था। जबकि लक्ष्य पूरा नहीं होने पर विभाग ने इसको बढ़ाकर 31 दिसंबर तक कर दिया था। एक माह पूर्ण हो चुका है बावजूद इसके विभाग भरसक प्रयास कर एक 40 लाख रुपए की वसूली ही कर पाया है। हालांकि विभागीय अफसर इसे नोटबंदी के असर से ही जोड़कर चल रहे हैं।
बॉक्ससर्किल लक्ष्य (करोड़) वसूली (लाख)
सिटी 1.10 2.57 रूरल 10.51 22.10 बागपत 20.32 15.84 ओटीएस की बढ़ाई तिथि राजस्व लक्ष्य को भेदने में लगातार चूक रहा पीवीवीएनएल ओटीएस की डेट बढ़ाता जा रहा है। अब विभाग ने डेट बढ़ाकर 20 जनवरी कर दी है। जिसके बार 27 जनवरी तक संशोधन स्वीकार किए जाएंगे। जबकि योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करा चुका कंज्यूमर्स को तीन फरवरी तक सभी भुगतान पूरे करने होंगे। ओटीएस की तिथि बढ़ा दी गई है। ऐसे में सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। राजस्व लक्ष्य पूरा न होने पर कम करने वाले अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। विराग बंसल, चीफ इंजीनियर पीवीवीएनएल