Google Doodle के जरिए वैक्सीनेशन के लिए कर रहा प्रोत्साहित, एक क्लिक पर मिलेगी सारी जानकारी
कानपुर ;(इंटरनेट डेस्क)। टीका लगवाएं, मास्क पहनें, जीवन बचाएं, गूगल ने आज मंगलवार को डूडल बनाकर लोगों से कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने का आग्रह किया। डूडल के जरिए गूगल लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित कर रहा है। इसके अलावा टीकाकरण से जुड़ी हर जरूरी जानकारी भी मुहैया करा रहा है। गूगल के इस डूडल में सभी अक्ष्रों को मास्क पहने और कोविड-19 का टीका मिलने के बाद जश्न मनाते हुए दिखाया गया है। इस शानदार डूडल पर क्लिक करने पर, गूगल यूजर्स को वैक्सीन संबंधित जानकारी से भरे एक लैंडिंग पेज पर ले जाता है, जिसमें आस-पास के वैक्सीन केंद्र, CoWin पोर्टल का लिंक, टीकाकरण की पात्रता, साइड इफेक्ट, टीकों की प्रभावशीलता और संबंधित डेटा उपलब्ध है। यह बहुत काम का पेज है।
हाईएस्ट वैक्सीनेशन होने पर बना डूडल
गूगल विशेष अवसरों, घटनाओं, उपलब्धियों और उल्लेखनीय ऐतिहासिक आंकड़ों को चिह्नित करने के लिए डूडल बनाता है। ऐसे में आज का डूडल भारत द्वारा एक ही दिन में हाईएस्ट कोविड -19 टीकाकरण दर्ज करने की उपलब्धि में आया है। कोविड -19 टीकाकरण के लिए संशोधित दिशानिर्देश लागू होने के बाद सोमवार को देश भर में 85.15 लाख से अधिक टीके की खुराक दी गई। 16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान के बाद से एक दिन में यह कोरोना वायरस टीके की सबसे अधिक खुराक दी गई है।
Well done India! — Narendra Modi (@narendramodi)
टीका सबसे मजबूत हथियार है
इस बड़ी उपलब्धि पर खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ट्वीट कर खुशी जाहिर की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोविड महामारी से लड़ाई में टीका सबसे मजबूत हथियार है। वहीं आज रिकॉर्ड संख्या में हुआ टीकाकरण खुशी देने वाला है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि जिन लोगों का टीकाकरण हुआ, उन्हें बधाई और अग्रिम पंक्ति के वे सभी कर्मी प्रशंसा के पात्र हैं, जिन्होंने इतने लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत की है।
राज्यों को टीका मुफ्त में उपलब्ध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 7 जून को टीकाकरण के नए चरण का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि अब 21 जून से 18 से 44 साल के आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए भी राज्यों को टीका मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा। इससे पहले सरकार ने 1 मई को भी एक नई टीकाकरण नीति लागू की थी लेकिन इसमें 18 से 44 साल के लोगों के लिए वैक्सीन खरीदने का जिम्मा राज्यों पर था। इस पर केंद्र सरकार चौतरफा विवादों में घिर गई। इसके अलावा राज्यों को भी टीके खरीदने में काफी मुश्किल हो रही थी।