Govardhan Puja 2020 Aaj ka Panchang 15 Nov: पंचांग पांच चीजों के योग से बनता है यह हैं तिथि नक्षत्र वार योग और करण। 15 नवम्बर 2020 दिन रविवार के दैनिक पंचाग के अनुसार शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि करण नक्षत्र सूर्य चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की पूरी जानकारी नीचे दी गई।


कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Govardhan Puja 2020 Dainik Panchang 15 Nov, 2020: रविवार अमावस्या तिथि 11:27:33 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि है। अमावस्या तिथि के स्वामी पित्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्निदेव हैं। रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

15 नवम्बर 2020 दिन- रविवार का पंचांगसूर्योदयः- प्रातः 06:21:48सूर्यास्तः- सायं 05:03:16विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।विक्रम संवतः- 2077शक संवतः- 1942अयनः- दक्षिणायनऋतुः- हेमन्त ऋतुमासः- कार्तिक माहपक्षः- कृष्ण पक्षतिथिः- अमावस्या तिथि 11:27:33 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि


तिथि स्वामीः- अमावस्या तिथि के स्वामी पित्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्निदेव हैं।नक्षत्रः- विशाखा नक्षत्र 07:07:49 तक तदोपरान्त अनुराधा नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- विशाखा नक्षत्र के स्वामी गुरु देव जी हैं तथा अनुराधा नक्षत्र के स्वामी शनि देव जी हैं।योगः- शोभन 23:05:47 तक तदोपरान्त अतिगंडदिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 02:46:00 से 04:06:00 तकराहुकालः- आज का राहुकाल 04:06:00 से 05:27:00 तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में कांसे के पात्र में भोजन करना मना है। यह तिथि पितृ कार्य और शल्य क्रिया के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”By Astrologer Dr. Trilokinath

Posted By: Shweta Mishra