गृह विभाग कर रहा इनवेस्टीगेशन, सीसीटीवी कैमरों को तोड़ने की शिकायत पर भी हो रही जांच

मेरठ समेत प्रदेशभर में हुई हिंसा पर शासन स्तर पर जांच शुरू हुई जांच, मेरठ से मांगे गए दस्तावेज

Meerut। मेरठ हिंसा की वीडियोग्राफी और सीसीटीवी फुटेज पुलिस-प्रशासन ने शासन को सौंपी है। गृह विभाग 19/20 दिसंबर को मेरठ में हुई हिंसा की जांच कर रहा है। सीसीटीवी कैमरों को तोड़ने की शिकायत की जांच भी गृह विभाग कर रहा है। मेरठ से शासन ने हिंसा से जुड़े सभी मुकदमों, गिरफ्तारियां और अब तक हुई कार्रवाई की जानकारी भी मांगी है।

वीडियो और फुटेज मांगे

मेरठ में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में 19 और 20 दिसंबर मेरठ में हुई हिंसा के साक्ष्य शासन ने तलब किए हैं। जिला प्रशासन और पुलिस विभाग गृह विभाग के निर्देश पर हिंसा के दौरान के एवीडेंस जुटा रहा है। गौरतलब है कि मेरठ में 20 दिसंबर को हुई हिंसा के दौरान 6 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस का इन मौत के संबंध में कहना है कि यह उपद्रवियों की गोली का शिकार हुए हैं जबकि विभिन्न संगठन और राजनैतिक दल मेरठ पुलिस पर हिंसा के दौरान हत्या का आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में गृह विभाग ने मेरठ हिंसा की जांच का निर्णय लिया है। इस संबंध में गृह विभाग ने जिला प्रशासन द्वारा हंगामे और हिंसा के दौरान बनाए गए वीडियो और फोटो के अलावा सीसीटीवी फुटेज और वीडियो मुहैया कराने के आदेश दिए हैं।

तफ्तीश में आएंगे काम

सूत्रों के मुताबिक हिंसा के दौरान के वीडियो और फुटेज तफ्तीश में काम आएंगे। गौरतलब है कि गत दिनों मेरठ पुलिस पर हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में सीसीटीवी फुटेज तोड़ने के आरोप लग रहे थे। जिसके बाद शासन ने शिकायतों को संज्ञान में लेकर पुलिस अधिकारियों से साक्ष्यों के साथ स्पष्टीकरण तलब किया है। गृह विभाग ने पुलिस-प्रशासन से हिंसाग्रस्त क्षेत्रों की मौजूद स्थिति और पुलिसबल की तैनाती के संबंध में जानकारी मांगी है। हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में जनजीवन और आमजन की दिनचर्या के बारे में शासन ने रिपोर्ट तलब की है तो वहीं हिंसा फैलाने के लिए चिह्नित सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की कुंडली खंगालने के निर्देश दिए हैं।

शासन के निर्देश पर हिंसा के दौरान विभिन्न स्थानों के वीडियो और फुटेज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। हिंसा के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है।

अनिल ढींगरा, जिलाधिकारी, मेरठ

Posted By: Inextlive