- हाथ आए संदिग्ध से एटीएस, जीआरपी समेत कई एजेंसियों ने की पूछताछ

ALLAHABAD:

महानगरी एक्सप्रेस व मेजा रेल ओवर ब्रिज पर बम प्लांट करने की कहानी अब आकर मेजा के कचरी गांव पर अटक गई है। एक संदिग्ध के पकड़े जाने के बाद माना जा रहा है कि बम प्लांट करने की स्क्रिप्ट इसी गांव में लिखी गई थी। पुलिस को शक है कि इस कहानी में कहीं न कहीं भूमि अधिग्रहण के खिलाफ चले आंदोलन की अगुवाई करने वाला 12 हजार का इनामी राज बहादुर भी शामिल है। हालांकि पुलिस के लोकल ऑफिसर्स इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे है।

छका तो नहीं रहा 'आम आदमी'

सूत्रों का कहना है कि खुफिया एजेंसियों ने कचरी से बीएससी के एक स्टूडेंट को पकड़ा है। आशंका है कि बम उसी ने बनाया है, लेकिन एजेंसियां उसके तार अब तक जोड़ नहीं पाई हैं। उसको कहां रखा गया है, इसकी जानकारी पुलिस के लोकल ऑफिसर्स को भी नहीं है। शक है कि कचरी आंदोलन से जुड़े लोगों ने ही बम को प्लांट कराने की साजिश रची होगी।

तो फिर रेलवे क्यों थी निशाना?

कचरी की थ्योरी पर ही खुफिया एजेंसियां कुछ हासिल कर पाएंगी, फिलहाल इसकी संभावना कम ही नजर आती है। अगर बम का कनेक्शन कचरी से होता तो रेलवे को निशाना क्यों बनाया जाता। यह ऐसा सवाल है, जिसे इन्वेस्टिगेटिव एजेंसियां नजर अंदाज कर रही हैं।

राज बहादुर की तलाश तेज

कचरी का नाम एक बार फिर से सामने आने के बाद राज बहादुर की तलाश तेज हो गई है। राज बहादुर लास्ट ईयर बवाल के बाद से फरार है। उसके ऊपर पुलिस ने 12 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है।

Posted By: Inextlive