भारत की लीडि़ग प्राईवेट बैंकों ने अब से चार फ्री कैश डिपॉजिट पर चार्ज लगाना शुरु कर दिया है। ये चार्ज किसी भी 4 कैश विदड्राल के बाद लगना शुर हो जायेगा। ऐसे में ऑनलाइन ट्रांजेक्‍शन ऐसे किसी भी चार्ज से फ्री हैं। बैंको ने ये कदम ऑनलाइन बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिये उठाया है। नोटबंदी के बाद से बैंक लगातार नये-नये प्रयोग करने में व्‍यस्‍त है। अब ये प्रयोग कितना सफल होता है ये तो समय ही बतायेगा।


निजी क्षेत्र की बैंकों ने किया एलाननिजी क्षेत्र के तीन बैंकों के बाद अब सार्वजनिक क्षेत्र की एसबीआइ भी एक माह में तीन बार से ज्यादा कैश ट्रांजेक्शन पर सर्विस चार्ज वसूलेगी। साथ ही बैंक ने तय किया है कि वह व्यावसायिक प्रतिनिधि और पीओएस से नकदी निकालने पर निर्धारित सीमा के बाद शुल्क लेगा। होम ब्रांच के बचत खाता के एटीएम से ग्राहक माह में तीन बार जो कैश ट्रांजेक्शन करेंगे, वह फ्री होगा। इससे ज्यादा हर ट्रांजेक्शन पर 50 रुपये सर्विस चार्ज लगेंगे। एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक ने एक मार्च से चार बार से ज्यादा जमा-निकासी पर 150 रुपये सर्विस चार्ज लेना शुरू कर दिया है। ये हैं बैंकों द्वारा निर्धारित नये नियम
एक महीने में एचडीएफसी की होम ब्रांच से दो लाख तक और नॉन होम ब्रांच से रोज 25000 रुपये तक निकासी की जा सकती है। इस सीमा के बाद हर हजार रुपये पर पांच रुपये या न्यूनतम चार्ज 150 रुपये देने होंगे। हालांकि बुजुर्गों व बच्चों के खातों पर किसी तरह का चार्ज नहीं लगाया गया है। जमा पर भी कोई शुल्क नहीं लगेगा। एक्सिस बैंक के ग्राहक होम ब्रांच से एक महीने में एक लाख रुपये तक जमा और निकासी कर सकते हैं। आइसीआइसीआइ बैंक में भी होम ब्रांच में महीने की सीमा एक लाख रखी गयी है।

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Posted By: Prabha Punj Mishra