रंगों के पर्व होली से एक दिन पहले होलिका दहन होता है। इस साल 28 मार्च को होलिका दहन मनाई जाएगी। जगह-जगह और चौराहों पर होली जलाई जाती है। इस बार सिर्फ एक घंटे का मुहूर्त है। आप भी होलिका दहन करने जा रहे हैं तो पूजन सामग्री का भी रख लें ध्यान।

पं राजीव शर्मा (ज्योतिषाचार्य)। होलिका दहन का पर्व 28 मार्च को मनाया जा रहा है। इस दिन लोग होली में नकारात्मकता को जलाकर खुशनुमा माहौल बनाते हैं। ज्योतिष शास्त्र मुहूर्त ज्ञान के अनुसार प्रदोष व्यापिनी फाल्गुन पूर्णिमा के दिन निशा मुख में होलिका दहन शुभ फलदायक होता है।होलिका दहन के लिए भद्रा का विचार विशेष रूप से किया जाता है, भद्रा रहित समय मे होलिका दहन करना शुभ माना जाता है।

भद्रा के मुखकाल में नहीं होती होलिका दहन
किसी भी अवस्था में होलिका दहन भद्रा के मुखकाल में नहीं किया जाना चाहिए।इसके अलावा चतुर्दशी तिथि,प्रतिपदा एवं सूर्यास्त से पहले भी होलिका दहन नहीं किया जाना चाहिए। इस वर्ष पंचांग के अनुसार 28 मार्च 2021,रविवार को भद्राकाल अपराह्न 1:55 बजे तक रहेगा जिसका निवास पाताललोक में रहेगा। पूर्णिमा तिथि रात्रि 12:18 बजे तक रहेगी इस बार होलिकोत्सव पर सर्वार्थसिद्धि योग(सूर्योदय से सम्पूर्ण दिन रात)एवं अमृतसिद्धि योग(साँय 5:36 बजे से आगामी सूर्योदय तक) में पूजन,मंत्रसिद्धि आदि का विशेष लाभ मिलेगा। इस बार इस दिन होलिका दहन के समय हस्त नक्षत्र भी रहेगा।अतः पूर्णिमा तिथि में ही होलिका दहन शुभ रहेगा।
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पूजन सामग्री
एक लोटा जल,माला,रोली,चावल,गन्ध, पुष्प,कच्चा सूत, गुड़,सबूत हल्दी,मूंग,बताशे,गुलाल,नारियल,गेहूं की बालियाँ आदि।

होलिका पूजन विधि
होलिका दहन करने से पहले होली की पूजा की जाती है।इस पूजा को करते समय पूजा करने वाले को होलिका के पास जाकर पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुहँ करके बैठकर होलिका का पूजन करना चाहिए।बड़गुल्ले की बनी चार मालाएं इनमें से एक पितरों के नाम की, दूसरी हनुमान जी के नाम की,तीसरी शीतला माता के नाम की तथा चौथी माला अपने घर परिवार की होलिका को समर्पित कर कच्चे सूत की तीन या सात परिक्रमा करते हुए लपेटें फिर लोटे का शुद्ध जल व अन्य पूजन की सभी वस्तुएं होली को समर्पित करें।गंध पुष्प का प्रयोग करते हुए पंचोपचार विधि से होलिका का पूजन करें।
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1.होलिका पूजन मुहूर्त:- प्रातः 9:22 बजे से मध्यान्ह 12:25 बजे तक*।
2. अपराह्न 1:56 बजे से 3:27 बजे तक।
होलिका दहन मुहूर्त:-सांय 6:31 बजे से रात्रि 7:25 बजे तक।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari