वृंदावन: कान्हा की नगरी में होली की खुमारी अचानक बढ़ गई। जब दक्षिण भारतीय शैली के विशालतम रंग मंदिर के ब्रहोत्सव में भी होली का रंग जमकर बरसा। इस दौरान श्रद्धालुओं ने ठाकुरजी के रंग में जमकर रंग खेला। गुरुवार को होली पर्व के एक सप्ताह बाद रंगजी मंदिर केदस दिवसीय ब्रहोत्सव के छठे दिन ठाकुर गोदारंगमन्नार भगवान कांच के विमान पर विराजमान होकर होली खेलने निकले। होली की सवारी ठीक चार बजे मंदिर परिसर से शुरू हुई। रथ पर सवार स्वर्ण रजत निर्मित पिचकारियों से रंगो की फुहार भक्तों पर की गई। इस दौरान चहुओर रंग अबीर गुलाल ही दिखाई दे रहा था। हजारों भक्त होली के इस रस रंग में मदमस्त होकर थिरकते दिखाई दिये। ठाकुरजी की सवारी भक्तों पर कृपा रस बरसाती हुई रंगजी के बडे़ बगीचा पहुची जहां से पुन: उसी रास्ते मंदिर परिसर पहुंची। इस दौरान हजारों श्रद्धालु ठाकुर जी का कृपा रस प्रसादी पाने को लालायित दिखाई दिए।

ठा। गोदारंगमन्नार आज चंदन के विशालकाय रथ में विराजमान होकर शुक्रवार को नगर भ्रमण को निकलेंगे। तकरीबन 50 फुट ऊंचे चंदन की लकड़ी से बने विशालकाय रथ को खींचने के लिए मोटे रस्सों का प्रयोग होता है। इस काम में शामिल हाने को भक्तों में होड़ लगी रहती है। इस विलक्षण पल के दर्शन को लाखों की संख्या में ग्रामीण एवं आसपास के क्षेत्रों के भक्त वृंदावन आएंगे। सवारी के वापस मंदिर पहुंचने पर रंगीन फब्बारों का प्रदर्शन होता है।

Posted By: Inextlive