RANCHI: ऑनर किलिंग के मामले पहले राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तरप्रदेश में अक्सर प्रकाश में आते थे। इन प्रदेशों में खाप पंचायत प्रेमी जोड़ों को मौत की सजा देती थी, जो परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी करना चाहते थे। लेकिन, यह कुरीति अब झारखंड में भी पांव पसारने लगी है। बुधवार को रांची से मात्र 50 किमी की दूरी पर पेड़ से लटकती मिली युवती और कथित रूप से उसके प्रेमी की लाश समाज के इस भयावह सच की ओर इशारा करती हैं।

इस घटना से जिले में सनसनी फैल गई है। शव की जानकारी लोगों ने सिल्ली, मुरी थाना पुलिस को दी। दोनों थानों की पुलिस मौके पर पहुंची तो पाया कि यह पश्चिम बंगाल के तुलिन पुलिस का मामला है। इसके बाद तुलिन पुलिस को फोन कर सूचना दी गई। पुलिस आई और शव को पेड़ से उतार कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

रांची के ग‌र्ल्स हॉस्टल में कूक था युवक

बताया जाता है कि जिस लड़के की बॉडी मिली है, उसका नाम अनिल महतो है। वह पश्चिम बंगाल के झालदा थाना क्षेत्र के रानीडीह गांव का रहनेवाला था। वहीं, लड़की पड़ोस के ही गांव दूरदाग की रहनेवाली थी। पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, लड़की प्रेंगनेंट थी, जबकि अनिल कुमार महतो तीन साल से शादीशुदा था। किसी समारोह में दोनों की मुलाकात हुई और उनके बीच संबंध स्थापित हुए। इसकी भनक जब लड़की के घरवालों को मिली, तो उन लोगों ने लड़की से पूछताछ की। इसमें पता चला कि वह अनिल महतो से प्रेम करती थी और उसके बच्चे की मां बनने वाली थी। अनिल रांची के एक ग‌र्ल्स हॉस्टल में कुक का काम करता था। इसी दौरान वह छुटटी लेकर लड़की से मिलने गया था। सूत्रों के मुताबिक, मुरी स्टेशन पर युवक-युवती को घूमते देखा गया था। इसके बाद ही सुबह में दोनों की लाश पलाश के पेड़ पर लटकी मिली। पुलिस के मुताबिक, लड़की के परिजनों ने समाज में अपनी बदनामी के डर से दोनों को मार डाला। तुलिन पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।

झारखंड में पहले भी हो चुके हैं ऑनर किलिंग

.पास्ट हिस्ट्री का लोगो लगाएं

चाकू घोंप-घोंप कर हुई थी युवक की हत्या

झारखंड के जामताड़ा जिले में नाबालिग युवती के कथित प्रेमी को जान से मार डालने के आरोप में लड़की के माता-पिता समेत पांच लोग गिरफ्तार हुए थे। ऑनर किलिंग के शिकार युवक तापस पाल के चाचा गौतम पाल ने जामताड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। युवती के परिजनों ने 16 जनवरी 2014 को युवक की चाकू घोंप-घोंप कर हत्या कर दी थी।

निरूपमा पाठक की घर में हुई थी हत्या

29 अप्रैल को जर्नलिस्ट निरूपमा पाठक की डेड बॉडी कोडरमा स्थित उसके घर से थी। दिल्ली में बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्टर निरूपमा के प्रेमी प्रियभांशु ने उसकी मौत को ऑनर किलिंग का मामला बताया था। कोडरमा थाना पुलिस ने निरूपमा के पैरेंट्स को आरोपी बनाया था। केस फिलहाल विचाराधीन है।

रेशमा-प्रवीण को शादी करने की मिली सजा

23 दिसंबर, 2012 को लोहरदगा के प्रवीण और रेशमा को प्रेम और शादी करने की सजा मौत के रूप में मिली। आरोप था कि दोनों के मोहब्बत की जानकारी जब रेशमा के परिजनों को मिली तो प्रवीण का मर्डर कर दिया गया। इसके बाद रेशमा को रांची के पिठोरिया घाटी लाया गया, जहां गला घोंट कर उसकी बॉडी घाटी में फेंक दी गई। लेकिन वह बच गई और पिठोरिया थाना में मामा पर गैंगरेप करवाने का आरोप लगाया। इसके बाद रेशमा की हत्या अस्पताल ले जाने के दौरान कर दी गई।

क्या है ऑनर किलिंग (डू यू नो का लोगो)

हाईकोर्ट के एडवोकेट मंटू बाबू के मुताबिक, ऑनर किलिंग वह हत्या है, जिसमें किसी परिवार, वंश या समुदाय के किसी सदस्य की (आमतौर पर महिला)हत्या उसी परिवार, वंश या समुदाय सदस्य कर देते हैं। वे सोचते हैं कि इसके कारण परिवार, वंश या समुदाय का अपमान हुआ है।

क्या हैं ऑनर किलिंग के कारण (बॉक्स में लेंगे)

-परिवार की मर्जी के खिलाफ प्रेम विवाह करना

-अंतरजातीय व गोत्र में विवाह करना

-परिवार द्वारा ठीक किए गए शादी के रिश्ते से इनकार करना

-विवाह से पहले या बाद में किसी अन्य के साथ अवैध संबंध बनाना

Posted By: Inextlive