ये पब्लिक है, सब सह लेती है, उनसे भी वसूलें टैक्स
टैक्स की वसूली में नगर निगम अपना रहा दोहरा चरित्र
करोड़ों के बकाएदार विभागों के खिलाफ नहीं की जा रही कोई कार्रवाई महज बीस हजार के बकाएदारों के यहां से भी उठा ले रहे टीवी-फ्रीज ALLAHABAD: टैक्स की वसूली में जुटे नगर निगम के अधिकारी कार्रवाई में दोहरा चरित्र अपना रहे हैं। सरकारी महकमों पर बकाया करोड़ों रुपए की वसूली में उनकी सांस फूल रही है, लेकिन पब्लिक पर उनकी अकड़ व सख्ती तनिक भी कम नहीं है। 20 से 50 हजार रुपए का भी हाउस टैक्स बकाया होने पर पब्लिक को नोटिस जारी कर कुर्की की कार्रवाई तक की जा रही है। टैक्स अदा न करने पर विभागीय अधिकारी लोगों के घरों से टीवी-फ्रीज, वाशिंग मशीन, बाइक आदि उठा ले रहे हैं। सारी अकड़ बस public परपिछले दिनों नगर निगम के टैक्स डिपार्टमेंट ने बकाएदारों के साथ ही डिफाल्टरों की लिस्ट जारी की थी। लिस्ट में जिन लोगों पर हाउस टैक्स की बड़ी रकम बकाया थी, उन्हें नगर निगम ने नोटिस भेजा। बकाएदारों को कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई। इसके साथ ही डिफाल्टरों की लिस्ट में शामिल सरकारी विभागों को न तो नोटिस दी गई और न ही उनके खिलाफ कोई कार्रवाई हुई।
Rebate को भी नहीं दिए weightपिछले वर्ष नगर निगम ने हाउस टैक्स के बड़े बकाएदारों को बड़ी राहत दी थी। सभी बकाएदारों को टोटल टैक्स पर 20 परसेंट रिबेट का लाभ दिया गया। इस प्राविधान के बावजूद सरकारी डिपार्टमेंट्स के अधिकारियों ने टैक्स जमा करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। रिबेट के बावजूद टैक्स न जमा करने वाले सरकारी विभागों पर नगर निगम के जिम्मेदारों ने कोई खास कार्रवाई नहीं की। परिणाम ये है कि अब तक नगर निगम सरकारी विभागों से टैक्स नहीं वसूल सका है। हालांकि इस रिबेट का पब्लिक ने खूब फायदा उठाया था।
विभागवार बकाया house tax 89 लाख रुपये हाउस टैक्स बकाए के साथ टॉप पर है पुलिस हेड क्वार्टर 80 लाख रुपये का हाउस टैक्स लोक निर्माण विभाग का बकाया है 66 लाख रुपये हाउस टैक्स उत्तर प्रदेश स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन को जमा करना है 34 लाख रुपये हाउस टैक्स का बकाएदार है टीबी हॉस्पिटल 35 लाख रुपये का बकाएदार जिलेभर के विकास का जिम्मा लेने वाला विकास भवन भी है 35 लाख रुपये ही मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज को भी हाउस टैक्स के रूप में जमा करना है 46 लाख रुपया टैक्स सबसे टैक्स वसूलने वाले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को जमा करना है 53लाख रुपये का बकाया एकाउंटेंट जनरल ऑफिस की पुरानी बिल्डिंग पर है
48 लाख रुपये का बकाएदार सीपीडब्ल्यूडी ऑफिस है नगर निगम की आय का जरिया हाउस टैक्स ही है। कई भवन स्वामी हाउस टैक्स जमा करने की बजाय बकाया बढ़ाते चले जा रहे हैं। इसमें सरकारी विभाग भी शामिल हैं। टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों को बकाएदारों से टैक्स वसूलने के लिए कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। अभिलाषा गुप्ता, मेयर, नगर निगम इलाहाबाद