LCH Helicopter : IAF में आज शामिल हुए 10 'मेड इन इंडिया' LCH हेलीकॉप्टर, रक्षा मंत्री ने बताई खासियत
जोधपुर (एएनआई)। IAF LCH Helicopter : इंडियन एयरफोर्स के वाॅर स्किल्स को और मजबूत करने के लिए आज सोमवार को 10 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH) के पहले बैच को राजस्थान के जोधपुर में इंडियन एयरफोर्स में शामिल किया गया है। मेड इन इंडिया बेस्ड 10 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर शामिल होेने से अब इंडियन एयरफोर्स की ताकत और बढ़ गई है। इस अवसर पर आयोजित प्रेरण समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और इंडियन एयरफोर्स प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी उपस्थित रहे। समारोह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज इंडियन एयरफोर्स में देश की प्रथम स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर का आगमन हो रहा है। प्रचंड शक्ति, प्रचंड वेग और प्रचंड प्रहार की क्षमता वाले इस लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर का आगमन हमारी वायु सेना की क्षमताओं में बढ़ोतरी के साथ-साथ रक्षा उत्पादन क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर भी एक बड़ा कदम है।
Jodhpur | LCH is capable of dodging the enemy, carrying a variety of ammunition, and delivering it to the site quickly. LCH perfectly meets the needs of our armed forces in various terrains and it is an ideal platform for both our Army and Airforce: Defence Minister Rajnath Singh pic.twitter.com/JGLlUMZR2o
— ANI (@ANI)
भारतीय वायुसेना की युद्ध क्षमता को बढ़ावा मिलेगा
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि आजादी से लेकर अब तक भारत की संप्रभुता को सुरक्षित रखने में भारतीय वायु सेना की बड़ी शानदार भूमिका रही है।आंतरिक खतरे हों या बाहरी युद्ध हो, भारतीय वायु सेना ने सदैव अपने अदम्य साहस, शौर्य और पराक्रम के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती प्रदान की है। वहीं समारोह में शामिल होने से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया था कि इन हेलीकॉप्टरों को शामिल करने से भारतीय वायुसेना की युद्ध क्षमता को काफी बढ़ावा मिलेगा। वायुसेना में शामिल होने वाला नया हेलिकॉप्टर हवाई युद्ध में सक्षम है और संघर्ष के दौरान धीमी गति से चलने वाले विमानों, ड्रोन और बख्तरबंद स्तंभों से निपटने में वायुसेना की मदद करेगा।
10 भारतीय वायुसेना के लिए और पांच सेना के लिए
बता दें कि वायु सेना और सेना के लिए 15 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर की खरीद को मंजूरी दी थी। इन 15 हेलीकाप्टरों में 10 भारतीय वायुसेना के लिए और पांच सेना के लिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि यह हथियारों और ईंधन के साथ 5,000 मीटर की ऊंचाई से उतर और उड़ान भर सकता है। सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए लद्दाख और रेगिस्तानी क्षेत्र में हेलिकॉप्टरों को बड़े पैमाने पर उड़ाया गया है। भारतीय वायुसेना ने पिछले तीन-चार वर्षों में चिनूक, अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर और अब एलसीएच को शामिल करने के साथ कई हेलीकॉप्टरों को अपने बेड़े में शामिल किया है। एयरफोर्स अब चिनूक हेलिकॉप्टरों में महिला पायलटों को भी तैनात कर रहा है।