इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने 'अंपायर काॅल' के फैसले पर सवाल खड़े किए थे। विराट का मानना था कि इस नियम को बदलना चाहिए। हालांकि अब आईसीसी क्रिकेट कमेटी ने इसे बनाए रखने की सिफारिश कर दी है।

नई दिल्ली (एएनआई)। इंटरनेशनल क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की क्रिकेट समिति ने सिफारिश की है कि डीआरएस में 'अंपायर कॉल' नियम को बनाए रखना ही सही है क्योंकि बॉल-ट्रैकिंग टेक्नीक 100 परसेंट सही नहीं होती। ईएसपीएन क्रिकइंफो की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस सिफारिश को गवर्निंग बॉडी की मुख्य कार्यकारी समिति की बैठक में पेश किया जाएगा, जो आने वाले सप्ताह में एक वर्चुअल मीटिंग के जरिए होगी।रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली इस कमेटी में पूर्व दिग्गज कप्तान भी हैं। जिसमें एंड्रयू स्ट्रॉस, राहुल द्रविड़, महेला जयवर्धने, शॉन पोलक का नाम शामिल है।

कमेटी ने नियम न हटाने की सिफारिश की
इन सभी ने मैच रेफरी रंजन मदुगले, अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ और मिकी आर्थर और इसके सदस्यों के बीच, अन्य मैच अधिकारियों, प्रसारकों और बॉल-ट्रैकिंग टेक्नोलाॅजी से जुड़े लोगों से सुझाव मांगा। कमेटी ने कुछ बहस के बाद फैसला किया कि 'अंपायर कॉल' नियम पहले की तरह ही बना रहना चाहिए। डीआरएस की शुरुआत के बाद से क्रिकेट जगत में 'अंपायर कॉल' एक बहुत बड़ा बहस का मुद्दा रहा है और कई पूर्व खिलाड़ियों ने आईसीसी से इसे हटाने की मांग की है। हालांकि, इस महीने की शुरुआत में, अंपायर नितिन मेनन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इसे क्यों बनाए रहना सही है।

टेक्नोलाॅजी भी 100 परसेंट सही नहीं
मेनन ने एएनआई को बताया था, 'देखें, सबसे पहले, अंपायर कॉल उन फैसलों के बारे में है जो बहुत करीबी हैं, ऐसे फैसले जो 50-50 हैं, जो किसी भी पक्ष में जा सकते हैं। यह पूरी तरह से सही निर्णय नहीं होता। इसलिए यह 50-50 परसेंट की बात होती है। इसमें फिर बल्लेबाजी टीम या गेंदबाजी टीम किसी एक के पक्ष में निर्णय चला जाता है। जब हम जानते हैं कि टेक्नोलाॅजी खुद 100 परसेंट सही नहीं है, तो यह तब है जब आपको अंपायर की कॉल की आवश्यकता हो।'

अंपायर काॅल क्यों है जरूरी
मेनन ने आगे कहा था, 'जब हम जानते हैं कि टेक्नोलाॅजी 100 प्रतिशत सही नहीं है, तो जो भी ऑन-फील्ड निर्णय दिया जाता है, चूंकि यह बहुत क्लोज कॉल होती है, इसलिए हम ऑन-फील्ड अंपायर द्वारा दिए गए निर्णय को ही सही मानते हैं। फैंस को यह नहीं पता होता है कि DRS में अंपायर कॉल की आवश्यकता क्यों होती है। चूंकि यह काफी क्लोज मामला रहता है और टेक्नोलाॅजी भी हमें 100 परसेंट सही नहीं बता पाती। तब अंपायर काॅल की वैल्यू बढ़ जाती है।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari